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खुशखबरी- रोडवेज ने घटा दिया एसी बसों का यात्री किराया

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मेरठ से लखनऊ तक चलने वाली एसी बसों का किराया घटकर हुआ 914 रुपये

मेरठ से लखनऊ के लिए शाम 5 से 8 बजे तक मिलती हैं चार एसी बस

मेरठ। एसी बसों से यात्रा करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है। परिवहन विभाग ने अपनी एसी बसों के किराया कम कर दिया है। माना जा रहा है कि विभाग ने किराया कम करके यात्रियों की संख्या बढ़ाने का काम किया है। ताकि अ​धिक से अ​धिक लोग एसी बसों में यात्रा कर सकें। गर्मियों में रोडवेज इन बसों से अ​धिक कमाई करने की तैयारी कर रहा है।

मेरठ से लखनऊ के लिए मिलेंगी 4 एसी बस

– मेरठ से लखनऊ तक रोडवेज की एसी बसों से यात्रा करने वाले यात्रियों को सोहराब गेट और भैसाली बस अड्डे से शाम 5 बजे से रात्रि8 बजे तक बस मिलनी शुरू हो जाएंगी। मेरठ से तीन और एक सहारनपुर से मेरठ होकर एसी बस गुजरती है। समय से पहले ही रोडवेज बस अड्डे पर खड़ी हो जाती है। जनरथ एसी बसों में यात्री किराया कम कर दिया गया है। अब मेरठ से लखनऊ जाने वाली एसी बस का प्रति यात्री किराया 170 रुपये कम कर दिया गया है।

लग्जरी हैं एसी बस, कूल कूल

– होली के बाद से दिन और रात का तापमान बढ़ रहा है। इस बार मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अ​धिक गर्मी रहने वाली है। रोडवेज ने अपनी एसी बसों को अपडेट कर दिया है। सभी बसें लग्जरी हैं। मेरठ बनकर लखनऊ तक चलने वाली तीन एसी जनरथ बस हैं। संचालित की हुई हैं। जिनमें एक एसी बस सोहराब गेट डिपों गढ़ रोड़ से शाम पांच बजे चलती है। उधर सहारनपुर से मेरठ के रास्ते लखनऊ जाने वाली एसी जनरथ बस भी शाम लगभग सात बजे सोहराब गेट बस अड्डे से ही मिलती है। भैसाली बस अड्डे से लखनऊ के लिए एक एसी जनर​थ बस शाम छह बजे और दूसरी एसी बस शाम आठ बजे चलती है। एसी बसों का यात्री किराया भले ही 914 रुपये है, लेकिन साधारण बस में यात्री किराया मात्र 725 रुपये है। फर्क इतना है कि सस्ते किराए वाली बस में एसी का आनंदन नहीं मिलेग।

मेरठ, उत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव पांची में जन्मे और पले-बढ़े रोहित सैनी पेशे से इंजीनियर हैं, लेकिन उनका असली जुनून लोगों तक जानकारी पहुँचाना है। वो मानते हैं कि सीखना तभी आसान और असरदार होता है जब जानकारी अपनी ही भाषा में मिले। इसी सोच के साथ उन्होंने यह खास प्लेटफॉर्म बनाया, जहाँ जटिल से जटिल विषयों को आसान और साफ़ भाषा में समझाया जाता है—वो भी हिंदी में, ताकि हर कोई बिना किसी रुकावट के सीख सके।

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