
यात्री सेवा, माल ढुलाई और परिचालन दक्षता में बनाया नए रिकॉर्ड
पिछली साल के मुकाबले 13.05 प्रतिशत अधिक हुई कमाई
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे को उप्र के प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं ने मालामाल कर दिया। रेलवे ने रेल यात्रियों की सेवा में समर्पित होकर काम किया। उत्तर रेलवे ने महाकुंभ मेला के आने वाले लखनऊ मंडल में तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर खानपान और भीड को नियंत्रित करने की व्यवस्था की। इतना ही नहीं डिजिटलीकरण एक गेम चेंजर के रूप में अस्तित्व में आया। काउंटरों पर क्यूआर कोड और 117 एटीवीएम कियोस्क बनाकर यात्रियों को टिकट लेना आसान किया। जिसका परिणाम है कि उत्तर रेलवे ने 2371941 करोड़ कमाएं हैं। जो पिछले साल के मुकाबले 13.05 प्रतिशत अधिक है।
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार वर्मा का कहना है कि बेहतर समन्वय से उत्तर रेलवे ने यात्री सेवा, माल ढुलाई और परिचालन दक्षता में नया रिकॉर्ड बनाया। यात्री राजस्व से 12,850.38 करोड़ रुपये की कमाई की। जो पिछले साल की तुलना में 6.03 प्रतिशत अधिक है। 55.67 मिलियन टन माल की लोडिंग के चलते, माल लदान से होने वाला आय पिछले वर्ष से 16.13 प्रतिशत बढ़कर 7,757.49 करोड़ रुपये हो गई।
यात्री किराए से ही नहीं पार्किंग और ईवी चार्जिंग से भी कमाए
उत्तर रेलवे ने यात्री किराए से होने वाली आय के अलावा आमदनी के नए स्रोत तैयार किए। वर्ष 2024-25 के दौरान उत्तर रेलवे ने पार्किंग से 64.44 करोड़ रुपये कमाए हैं। जो पिछले वर्ष की तुलना में 39प्रतिशत अधिक है। खानपान से 419.54 करोड़ रुपये की आय की है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि रेलवे ने आधुनिक वाणिज्यिक रणनीतियों को भी अपनाया। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नामकरण अधिकारों के लिए अनुबंध प्रदान किए। हरिद्वार और शाहजहांपुर स्टेशनों पर भारत की पहली ईवी चार्जिंग और पार्किंग सुविधाएं शुरू कीं। यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रमुख केंद्रों पर मेडिकल आउटलेट और पार्सल सेवाएं दी।