- रेल मंत्री ने किया देश के सबसे बड़ेगतिशक्ति मल्टी माॅडल कार्गो टर्मिनल का उद्घाटन
- हरियाणा के मानेसर में बना सबसे बड़ागतिशक्ति मल्टी माॅडल कार्गो टर्मिनल
- वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के मारुति-पातली ट्रैक का भी शुभारंभ
- कार्गो और पैसेंजर कैरिंग में दुनिया में दूसरे स्थान पर भारतीय रेल
- देश में 108 मल्टी मॉडल टर्मिनल बनकर तैयार
नई दिल्ली। गुरुग्राम स्थित मारुति प्लांट में केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मंगलवार को देश के सबसे बड़ेगतिशक्ति मल्टी माॅडल कार्गो टर्मिनल का उद्घाटन किया। वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के मारुति-पातली ट्रैक का भी शुभारंभ किया गया। इस दौरान कार लोडेड एक विशेष मालगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जो भारत के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में नए युग की शुरुआत का प्रतीक बनी।

रेल मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेल 11 वर्षों में अभूतपूर्व परिवर्तन का साक्षी बनी है। वर्ष 2014 से पहले जहां भारतीय रेल गंभीर संकटों से जूझ रही थी, वहीं आज रेल बजट 2.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। बीते वित्तीय वर्ष में लगभग 720 करोड़ लोगों ने भारतीय रेल से यात्रा की और 1,617 मिलियन टन कार्गो का परिवहन हुआ। इस उपलब्धि के साथ भारतीय रेल अब कार्गो और पैसेंजर कैरिंग में दुनिया में दूसरे स्थान पर पहुंच चुकी है।
रेल मंत्री ने गति शक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल को भारत के लॉजिस्टिक सेक्टर में एक बड़ी क्रांति बताई। उन्होंने कहा कि 2021 में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में कई सुधार हुए। जिससे 108 मल्टी मॉडल टर्मिनल बनकर तैयार हो गए हैं। जो 18 राज्य को कवर कर रहे हैं। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के पूरा होने के साथ प्रतिदिन 400 माल गाड़ियां चल रही हैं।
2026 तक वर्ल्ड क्लास सुविधाओं वाले तैयार हो जाएंगे 500 रेलवे स्टेशन
उन्होंने कहा कि पिछले दो से ढाई वर्षों में जनरल कोच की संख्या में वृद्धि हुई है। छोटी दूरी की यात्राओं के लिए 16 से 20 डिब्बों वाली 100 नई मेन लाइन ईएमयू ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है। देशभर में 1300 से अधिक स्टेशनों का अमृत भारत योजना के तहत रिडेवलपमेंट किया जा रहा है। जिनमें से 103 स्टेशनों का हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पण किया गया और दिसंबर 2025 तक 100 और स्टेशन पूरे हो जाएंगे। वर्ष 2026 तक 500 स्टेशन तैयार हो जाएंगे जो यात्रियों को वर्ल्ड क्लास सुविधाएं प्रदान करेंगे।
ये भी पढ़ों —
- हमें माफ कर दो अब नहीं करेंगे महिलाओं के साथ छेड़छाड़, सभी महिलाएं मां और बहन