- मध्य प्रदेश, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के यात्रियों को सीधी कनेक्टिविटी
- रेल मंत्री बोले, मध्य प्रदेश को 14,745 करोड़ का रेल बजट, अधोसंरचना में हो रहा तीव्र निवेश
केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ग्वालियर से बेंगलुरु के लिए शुरू की गई नई साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। उन्होंने रेल भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मध्य प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि यह ट्रेन ग्वालियर, गुना, भोपाल सहित मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के यात्रियों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगी। यहां से बड़ी संख्या में लोग बेंगलुरु की ओर यात्रा करते हैं।
ग्वालियर से बैगलुरू एक्सप्रेस ट्रेन का ऐसे होगा संचालन

गाड़ी संख्या 11086 ग्वालियर–बेंगलुरु एक्सप्रेस प्रत्येक शुक्रवार को दोपहर 3 बजे ग्वालियर से प्रस्थान करेगी और नागपुर, काचेगुड़ा, धर्मावरम होते हुए रविवार सुबह 7:35 बजे सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल, बेंगलुरु पहुंचेगी। वापसी में, गाड़ी संख्या 11085 प्रत्येक रविवार को शाम 3:50 बजे बेंगलुरु से रवाना होकर मंगलवार को सुबह 10:25 बजे ग्वालियर पहुंचेगी। यह गाड़ी शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, बीना, भोपाल, बैतूल, नागपुर, सेवाग्राम, चंद्रपुर, बल्लारशाह, सिरपुर कागजनगर, काजीपेट, काचेगुड़ा, महबूबनगर, गडवाल, कुरनूल सिटी, ढोन, अनंतपुर, धर्मावरम, हिंदूपुर और येलहांका स्टेशनों पर रुकेगी।
रेल मंत्री ने कहा कि एक दशक पूर्व जहां राज्य को 600 करोड़ के आसपास रेल बजट मिलता था। वहीं अब 14,745 करोड़ का रेल बजट आवंटित किया गया है। 11 वर्षों में राज्य में 2,651 किलोमीटर नई रेल पटरियां बिछाई गई हैं, जो डेनमार्क जैसे देश के कुल रेल नेटवर्क से भी अधिक है। राज्य में 80 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास कार्य प्रगति पर है, जिनमें ग्वालियर स्टेशन का विकास विशेष वास्तुकला के साथ किया जा रहा है।
ग्वालियर और आगरा के बीच भी एक नई ट्रेन चलाने का प्रयास
उन्होंने कहा कि ग्वालियर और आगरा के बीच एक नई यात्री ट्रेन सेवा शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही, मध्य प्रदेश में कई महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें मनमाड–इंदौर नई रेललाइन (309 किमी) 18,036 करोड़ की लागत से, भुसावल–खंडवा तीसरी और चौथी लाइन 3,514 करोड़ की लागत से, मानिकपुर–प्रयागराज तीसरी लाइन 1,640 करोड़ में तथा रतलाम–नागदा तीसरी और चौथी लाइन 1,018 करोड़ की लागत से शामिल हैं। बीते एक वर्ष में राज्य में 24,000 करोड़ की रेल परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं, जो मध्य प्रदेश के रेल मानचित्र को पूरी तरह बदल देंगी।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, केंद्रीय संचार तथा उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया, मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ओर रेलवे के अधिकारी मौजूद रहे।
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