- नौ माह से गंगा जल प्लांट के कर्मचारियों को नहीं मिला वेतन
- नगर निगम पर दो लाख का चल रहा है टीएल इंफ्रा कंपनी का बकाया
मेरठ। शहर के छह लाख लोग पानी को तरस रहे हैं। दो दिन से गंगाजल आपूर्ति प्रभावित हो रही है। बुधवार को भी जहां सुबह के समय गंगाजल प्लांट से शहर को जलापूर्ति नहीं हुई। वहीं शाम के समय भी महापौर के समझाने पर लगभग डेढ़ घंटा देरी से प्लांट से गंगाजल आपूर्ति की गई। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर दो दिन में वेतन नहीं मिला तो गंगाजल प्लांट पर ताला लगा दिया जाएगा।
महानगर में भोले की झाल से गंगाजल की आपूर्ति के लिए प्लांट लगा है। इस प्लांट का संचालन जल निगम टीएल इंफ्रा कंपनी से करा रहा है। प्लांट संचालन और क्लोरिन आदि पर आने वाला खर्च नगर निगम को उठाना है। नगर निगम प्लांट संचालन पर आने वाले खर्च को देने में आना कानी करता है। प्रत्येक वर्ष गर्मी के सीजन में कर्मचारी वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले जाते हैं। वही अब भी हुआ है। जहां मंगलवार शाम को कर्मचारियों ने गंगाजल ट्रीटमेंट प्लांट चलाने से इंकार कर दिया था वहीं बुधवार की सुबह भी प्लांट नहीं चलाया। जिसके कारण शहर की जनता को गंगाजल की आपूर्ति नहीं हो पायी।
निगमअधिकारियों ने दिन भर गंगाजल आपूर्ति की सुध नहीं ली। जिसका परिणाम यह हुआ कि शाम के समय भी गंगाजल प्लांट चलाने से हाथ खड़े कर दिए। शाम चार बजे जब शहर में गंगाजल आपूर्ति नहीं हुई तो नगर निगम अधिकारियों के हाथ पांव फूलने शुरू हुए। लोगों ने इसकी शिकायत महापौर हरिकांत अहलुवालिया से की। महापौर ने दो दिन के भीतर ही भुगतान कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद कर्मचारियों ने शहर को गंगाजल की आपूर्ति की।
नगर निगम पर कंपनी का दो करोड़ बकाया
नगर निगम प्रशासन ने गंगाजल परियोजना संचालन करने वाली कंपनी को भुगतान ही नहीं किया है। कंपनी का नगर निगम पर लगभग दो करोड़ रुपये बकाया है। कर्मचारियों को नौ माह का वेतन नहीं मिला है। जल निगम के अधिकारियों की माने तो नगर निगम के अधिकारियों से भुगतान के लिए लगातार संपर्क किया जा रहा है। कंपनी के कर्मचारी परेशान हैं। इसके बावजूद भुगतान नहीं हो रहा है।