मेरठ। वर्तमान में अहमदनगर महाराष्ट्र में सीटी बटालियन एमआईसी एंड एस ट्रेनिंग सेंटर में तैनात सैनिक राहुल को जम्मू कश्मीर में आतंकवादी ऑपरेशन से छुपाए एके 47 के कारतूसों के साथ एटीएस ने पकड़ लिया। एटीसी ने आरोपी सैनिक को पल्लवपुरम पुलिस के हवाले कर दिया। सूचना पर सैन्य अधिकारी भी जांच के लिए थाने पहुंचे। राहुल ने सेना से छुपाए कारतूसों को अपने एक दोस्त को देने जा रहा था। अब पुलिस ने सैनिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
एटीएस के उप निरीक्षक अमित कुमार भाटी ने बताया कि सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति कार में सवार होकर सेना के अवैध कारतूस बेचने मोदीपुरम की तरफ जा रहा है तो एटीएस टीम मोदीपुरम चौकी पहुंच गई। टीम ने पुलिस को बताया कि एक व्यक्ति कार में अवैध कारतूस लेकर आ रहा है। एटीएस ने पुलिस के साथ मिलकर कार को रैपिड स्टेशन के पास रोक लिया। पूछताछ में वह सैनिक निकला। उसने अपना नाम राहुल और मेरठ जिले केनगलीआजड़ का निवासी बताया। राहुल के पास से एके 47 के 70 कारतूस मिले। एटीएस उपनिरीक्षक अमित कुमार भाटी ने राहुल के खिलाफपल्लवपुरम थाने पर मुकदमा दर्ज कराया है।
राहुल ने स्वीकारे आर्मी के हैं कारतूस
सैनिक राहुल ने स्वीकार किया कि उसके पास से मिले एके 47 के कारतूस सेना के हैं। जो उसे जम्मू कश्मीर में तैनाती के दौरान आतंकवादी ऑपरेशन में मिले थे। उसने बताया कि वह यह कारतूस मेरठ के शास्त्रीनगर निवासी एक दोस्त को देने जा रहा था। दोस्त ने स्वयं को एसटीएफ में होना बताया था। उसने नौकरी जाने की बात कहते हुए उससे कारतूस मांगे थे। उससे वादा किया था कि उसकी नौकरी बचाने के लिए वह एके 47 के कारतूस उससे जरूर देगा। छुटटी आने के बाद उसने दोस्त को फोन करके पल्लवपुरम में एक स्कूल के पास बुलाया था।