नहीं मिलेगी राहत: मेरठ सेंट्रल मार्केट केअवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलना तय

नहीं मिलेगी राहत: मेरठ सेंट्रल मार्केट केअवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलना तय
  • सरकार के सामने खूब लगाई व्यापारियों ने राहत की गुहार, मिले केवल आश्वासन
  • ध्वस्तीकरण के लिए टेंडर पर लग चुकी है मोहर,एडिसिस इंजीनियरिंग को मिली मंजूरी

मेरठ। मेरठ की शास्त्रीनगर आवासीय योजना संख्या-7 के आवासीय भूखंड 661/6 पर बनाए गए सेंट्रल मार्केट के कॉम्प्लेक्स पर बुलडोजर चलना तय हो गया है। अब ध्वस्तीकरण के लिए एडिसिस इंजीनियरिंग कंपनी की ओर से डाले गए टेंडर शासन ने अपनी स्वीकृती दे दी। जिसके बाद अब अवैध कॉम्प्लैक्स का गिरना तय हो गया है।

मेरठ के शास्त्रीनगर में सेंट्रल मार्केट है। वैसे तो शास्त्रीनगर में ही नहीं ब​ल्कि पूरे शहर में आवासीय भूखंडों पर काम​र्शियल कॉम्प्लैक्स खड़े हो गए हैं। लेकिन किसी व्य​क्ति की ​शिकायत पर सुप्रीम कोर्ट ने सेंट्रल मार्केट के आवासीय भूखंड 661/6 पर बनाए गए कॉम्प्लेक्स को अवैध मानते हुए गिराने के आदेश ​दिए हुए हैं। जिसपर आवास विकास परिषद कार्य कर रहा है। भवन के ध्वस्तीकरण के लिए आवास एवं विकास परिषद ने 1.66 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत मानते हुए टेंडर निकाले थे। इसके लिए तीन बार टेंडर जारी किए गए। आवास विकास के अधिकारियों ने बताया कि नए सिरे से एक ही बोलीदाता को टेंडर देने की प्रक्रिया को शनिवार को शासन ने मंजूरी दे दी।

अफसरों से साठगांठ करके बना था कॉम्प्लैक्स

शास्त्रीनगर में आवासीय भूखंडों पर बनाया गया कॉम्प्लेक्स रातों रात नहीं ब​ल्कि दिन के उजाले में कई माह में बनकर तैयार हुआ। जिससे स्पष्ट हो रहा है कि आवास विकास के अ​धिकारियों की साठगांठ से निर्माण किया गया। अब आवास विकास परिषद की रिपोर्ट बताती है कि इस योजना में 6379 स्वीकृत आवासीय संपत्तियां हैं। इनमें से 860 संपत्ति ऐसी हैं, जिनमें व्यावसायिक प्रयोग हो रहा है।

ये भी पढ़ें–

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *