- मेरठ जेम्स एंड ज्वेलरी फेडरेशन, मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के प्रस्ताव पर शासन ने मांगा है प्रस्ताव
मेरठ। वेदव्यासपुरी में ज्वैलरी पार्क की नींव रखी जानी लगभग तय मानी जा रही है। क्योंकि ज्वैलरी पार्क के लिए एमडीए द्वारा प्रस्तावित जमीन का निरीक्षण करने के लिए उपायुक्त उद्योग दीपेन्द्र कुमार और राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी व व्यापारी वेदव्यासपुरी पहुंचे। उपायुक्त ने शीघ्र प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने की बात कही। डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने एमडीए में पैरवी करने का आश्वासन दिया। इसके उपरांत सभी लोग नेशनल इंस्टीट्यूट आफ ज्वैलरी टेक्नोलॉजी, वेदव्यास पुरी भी पहुंचे। वहां पर इंस्टिट्यूट के प्रधानाचार्य बी बी अग्रवाल ने सांसद का स्वागत किया।

एक्सप्रेसवे पर वेदव्यासपुरी में ज्वैलरी उद्योग की वर्कशॉप के लिए एक उपयुक्त स्थान है। व्यापारी काफी समय से ज्वैलरी पार्क की मांग करते चले आ रहे हैं। डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेई ने कहा कि मेरठ के प्रमुख उद्योगों में ज्वेलरी उद्योग महत्वपूर्ण स्थान रखता है। राजस्व की दृष्टि से ज्वेलरी उद्योग 442 करोड रुपए सालाना जीएसटी देने वाला है। इस उद्योग का वार्षिक टर्नओवर 15000 करोड रुपए है। अध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली पोर्ट से ज्वैलरी एक्सपोर्ट 26,000 करोड रुपए का प्रतिवर्ष होता है। जिसमें मेरठ का कोई नाम नहीं होता।

मेरठ में फ्लेटर्ड फैक्ट्री कॉम्पलेक्स एवं ज्वैलरी पार्क बनने के बाद एक्सपोर्ट होगा और मेरठ का नाम होगा। महामंत्री विजय आनन्द अग्रवाल ने कहा कि मेरठ में ज्वैलरी पार्क की आवश्यकता है। ज्वेलरी पार्क बनने से मेरठ के उद्यमियों को एवं कारीगरों को अपने निर्मित आभूषणों को डायरेक्ट एक्सपोर्ट करने एवं बड़ी कंपनियों को विक्रय करने का अवसर मिलेगा।
उपायुक्त दीपेंद्र कुमार ने बताया कि, शासन के आदेश से एवं माननीय मुख्यमंत्री जी की व्यक्तिगत इच्छा से इस संभावित प्रोजेक्ट के सन्दर्भ में चेक कर यह निश्चित करना है कि, आने वाले समय में इस फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्पलेक्स/ज्वेलरी पार्क से क्या फायदे होंगे या क्या फायदे से इतर भी कोई परिणाम भी हो सकते हैं। इस अवसर पर संदीप अग्रवाल, दीपक जौहरी, ऋषभ महेश्वरी, मनोज वर्मा, आदि रहे।