- बुधवार को अम्हैडा के जंगल में पेड़ के नीचे मिला था हर्ष का गोली लगा शव
- प्रेम प्रसंग से जुडा निकला मामला, युवती के परिवार वालों को फंसाने के लिए करायी थी घटना
मेरठ के अम्हैडा गांव मे बुधवार की रात्रि की गई हर्ष की हत्या का आरोपी उसके नाबालिग दोस्त को बनाया तो मृतक के परिवार वाले आक्रोशित हो गए। पीड़ित परिवार ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। बृहस्पतिवार को हर्ष के परिवार वाले इक्टठा होकर एसएसपी कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने पुलिस द्वारा किए गए घटना के खुलासे को फर्जी बताते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने नाबालिग को थर्ड डिग्री देकर जबरदस्ती घटना को कबूल कराया है।

बता दें कि बुधवा की रात्रि हर्ष शाम के समय अपने घर से बाहर खेलने की बात कहकर गया था। जो रात में अपने घर नहीं लौटा था। सुबह को उसका गोली लगा शव गांव अम्हैडा के पास ही एक खेत में पेड़ के नीचे मिला था। पुलिस की जांच में प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया था। हर्ष के पिता ने युवती के परिवार वालों के खिलाफ हत्या की तहरीर दी थी।

पुलिस ने सभी पहलुओं की जांच की तो युवती के परिवार वाले घटना के समय अपने घर पर ही पाए गए थे। इसके बाद पुलिस ने शराब के ठेके और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से हत्यारे तक पहुंचने का प्रयास किया। पुलिस ने मृतक हर्ष के नाबालिग दोस्त को पूछताछ के लिए उठाया। पुलिस के अनुसार हर्ष ने अपने दोस्त से ही गोली चलवायी ताकि युवती के परिवार वालों को फंसाया जा सके। पुलिस ने नाबालिग द्वारा ही हत्या किए जाने की बात कही और घटना का खुलासा कर दिया।
पुलिस के इस कदम से मृतक के परिवार वाले नाराज हो गए। उन्होंने गुरुवार की सुबह ही एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन कर दिया। मृतक के परिजनों ने एसएसपी डॉ विपिन ताडा से मुलाकात कर आरोप लगाया कि पुलिस ने असली हत्यारों को बचाने के लिए नाबालिग को फंसाया है। इस मामले में निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।

आरोपी नाबालिग के भाई आदित्य ने कहा कि पुलिस भाई को बयान लेने के लिए घर से गई थी। उसे थर्ड डिग्री देकर जबरदस्ती हत्या कबूलवायी है। उधर एसएसपी ने कहा कि पुलिस ने गहनता से जांच करने के बाद ही सबूतों के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया है।