- कांवड़ मार्ग और बाबा औघड़नाथ मंदिर के आसपास सुरक्षा का जायजा लेने पहुंचे कमिश्नर और डीआईजी
- बाबा औघड़नाथ मंदिर कमेटी ने भी व्यवस्थाओं को लेकर की बैठक
पश्चिम उप्र के मेरठ में ही नहीं बल्कि बागपत, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगरऔर उत्तराखंड के लिए कांवड़ मेला बड़ा महत्व रखता है। लाखों कांवड़ियों श्रावण मास में हरिद्वार, गोमुख आदि स्थानों से कांवड़ लाकर अपने अपने शिवालयों पर भगवान भोलेनाथ को गंगाजल से नहलाते हैं। इस बार शिवरात्रि 23 जुलाई को है। पश्चिम उप्र और उत्तराखंड के हरिद्वार, ऋषिकेश में कांवड़ मेले को लेकर शासन और प्रशासन तैयारियों में जुटा है। कांवड़ मेले की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी। एक एक परिंदा भी सीसीटीवी कैमरों में कैद होगा।

पश्चिम उप्र में मेरठ के बाबा औघड़नाथ मंदिर, बागपत के पुरा महादेव मंदिर और बुलंदशहर क्षेत्र के आहार में एतिहासिक धार्मिक स्थल हैं। इन शिवालायों पर लाखों की संख्यां में भोले नाथ के भक्त कांवड़ लाकर गंगाजल चढ़ाते हैं। वैसे तो दिल्ली, राजस्थान, मध्यप्रदेश आदि प्रांतों के कांवड़ियो हरिद्वार से कांवड़ में गंगाजल भरकर अपने शिवालयों की तरफ कूंच कर गए हैं। सड़कों पर बम बम भोले के उद्घोष के साथ देखे जा रहे हैं।

लेकिन 10 जुलाई से कांवड़ मेला सड़कों पर दिखने लगेगा। अगर उत्तराखंड सरकार और प्रशासन की बात करें तो कांवडियों की भीड़ को व्यवस्थित करने और सुविधा देने के लिए सभी तैयारियां पूरी हाे चुकी हैं। उप्र सरकार के निर्देश पर पश्चिम उप्र का प्रशासन भी सक्रिय हो गया है।
कमिश्नर और डीआईजी ने जांची सुविधा और व्यवस्थाएं

कांवड़ मेले की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को कमिश्नर हृषिकेश भास्कर यशोद और डीआईजी बाबा औघड़नाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने पाया कि मेले की तैयारियों में छावनी परिषद् लापरवाही कर रहा है। दोनों ही अधिकारियों ने मंदिर कमेटी से भी बात की। कांवडियों की सेवा में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद रखने के निर्देश दिए। डीआईजी कलानिधि नैथानी ने कहा कि मेरठ में कांवडियों पर निगरानी रखने के लिए दो हजार सरकारी और अन्य प्राइवेट कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिनका कंट्रोल रूम बाबा औघड़नाथ मंदिर में होगा। पूरी व्यवस्था पुलिस अधिकारी कार्यालय में भी होगी। पूरे मेरठ जोन में सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं। एलआईयू और खुफिया विभाग भी अलर्ट रहेगा। पुरुष व महिला सिपाही सादी वर्दी में कांवडियों के बीच रहेंगे। जो उपद्रवियों पर निगाह रखेंगे।
औघड़नाथ मंदिर समिति करेगी बैरिकैटिंग, सजावट
श्री बाबा औघड़नाथ मंदिर समिति ने कांवड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर बैठक की। जिसमें निर्णय लिया गया कि मंदिर समिति की ओर से शिवभक्तों को जलाभिषेक के लिए सुरक्षा की दृष्टि से बेरिकैटिंग की जाएगी। मंदिर को सजाया जाएगा। जूते, प्रशासनिक कार्यालय खोले जाएंगे। 23 को शवरात्रिजलाभिषेक है, लेकिन मंदिर में 21,22 और 23 को उत्सव मनाया जाएगा। बैठक में अध्यक्ष सतीश सिंहल, कोषाध्यक्ष अमरीश अग्रवाल, उपाध्यक्ष ब्रजभूषण गुप्ता, धीरेन्द्र कुमार सिंघल, अमित अग्रवाल, मनोज, अतुल कुमार अग्रवाल, डॉ. महेश बंसल, राजेन्द्र कुमार गुप्ता, कैलाश बंसल आदि मुख्य रहे।
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