जानिए, 1857 की क्रांति के अग्रदूत, कौन थे वो वीर सपूत जिन्होंने देश की आजादी को चूम लिए फांसी के फंदे

जानिए, 1857 की क्रांति के अग्रदूत, कौन थे वो वीर सपूत जिन्होंने देश की आजादी को चूम लिए फांसी के फंदे

क्या आप जानना चाहते हैं कि देश आजादी के लिए भारतीय क्रांतिकारियों ने कैसे बलिदान दिए। तो क्रांतिधारा मेरठ के शहीद स्मारक आइए। आपको पता है कि आज आप जिसआजाद भारत में खुली हवा में सांस ले रहे हैं। वह देन किसकी है। वह हमारे भारतीय वीर सपूतों की। जिन्होंने 10 मई 1857 को शुरू…

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सावित्रीबाई फुले पुण्यतिथी

सावित्रीबाई फुले पुण्यतिथि: वो पहली महिला टीचर, जिन्होंने महिलाओं के लिए खोला शिक्षा का द्वार,जानिए उनकी संघर्ष गाथा!

हर साल 10 मार्च को जब सूरज उगता है, तो हमारे दिलों में एक ऐसी शख्सियत की याद ताजा हो जाती है, जिन्होंने अपनी जिंदगी को दूसरों के लिए रोशनी बनाया। सावित्रीबाई फुले, भारत की पहली महिला शिक्षिका, समाज सुधारक और कवयित्री, जिनकी पुण्यतिथि पर हम उन्हें नमन करते हैं। आज, 9 मार्च 2025 की…

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G20 summit

G20 summit 2023: क्या है G20? कैसे हुई इसकी शुरुआत? कौन सदस्य कैसे काम करता है और क्या है इसका लक्ष्य, जानें सबकुछ

G20 summit: जी20 शिखर सम्मेलन एक बड़ी बैठक है जहां भारत सहित 20 देशों के नेता महत्वपूर्ण आर्थिक मुद्दों पर बात करने के लिए एक साथ आते हैं। इस साल यह 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। G20 अर्थव्यवस्था को कैसे स्थिर रखा जाए और दुनिया भर में चुनौतियों से…

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Dowry System

दहेज प्रथा क्या है? अर्थ, इतिहास और कानून | Dowry System Meaning in Hindi

दहेज प्रथा क्या है? (Meaning of Dowry in Hindi) परिभाषा उदाहरण: “दहेज (Dowry) का हिंदी में अर्थ है वह संपत्ति, विवाह के समय वधू के परिवार द्वारा वर पक्ष को दी जाने वाली नकदी या उपहार। इसे उर्दू में ‘जहेज़’ भी कहा जाता है।” दहेज प्रथा जिसको अंग्रेजी में (Dowry System) कहा जाता है वह,…

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Samrat Ashok History in Hindi

सम्राट अशोक का जीवन परिचय और इतिहास (Samrat Ashok History in Hindi)

भारतीय इतिहास के पन्नों में सम्राट अशोक (Samrat Ashok) का नाम स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज है। उन्हें ‘चक्रवर्ती सम्राट अशोक’ और ‘देवानामप्रिय’ (देवताओं का प्रिय) के नाम से भी जाना जाता है। मौर्य वंश के इस महान शासक ने न केवल अपने साम्राज्य का विस्तार किया, बल्कि कलिंग युद्ध के बाद पूरी दुनिया को शांति…

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Why 26 January Chosen for Republic Day?

Why 26 January Chosen for Republic Day? आखिर 26 January को ही क्यों लागू हुआ था भारतीय संविधान?

Why 26 January Chosen for Republic Day? हमारा संविधान 26 November 1949 को बनकर तैयार हो गया था तो आखिरकार संविधान को 2 महीने बाद 26 जनवरी को ही क्यों लागू किया गया। आईये जानते हैं आखिर 26 January को ही क्यों लागू हुआ था भारतीय संविधान? गणतंत्र दिवस क्या है और क्यों 26 जनवरी…

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