Cotton candy

सावधान ! बुढ़िया के बाल (Cotton candy) से हो सकता है कैंसर, तमिलनाडु में Cotton candy बैन!

बचपन की यादों में गुलाबी रंग की मिठास, ‘बुढ़िया के बाल’ या ‘परी के बाल’, जिसे हम प्यार से ‘Cotton Candy’ कहते हैं, अब खतरे की घंटी बजा रहा है। तमिलनाडु सरकार ने हाल ही में राज्य में ‘Cotton Candy’ की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।

Cotton Candy पर क्यों लगा बैन?

कॉटन कैंडी में ‘रोडामाइन-बी’ नामक रसायन पाया गया है, जो कैंसर पैदा करने वाला रसायन है। यह रसायन चमकीला गुलाबी रंग देता है, जो बच्चों को आकर्षित करता है।

कहां है खतरा?

रोडामाइन-बी शरीर में प्रवेश करके कोशिकाओं और ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकता है। यह कैंसर, ट्यूमर, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

क्या है विकल्प?

बच्चों को स्वस्थ मिठाई खिलाने के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, जैसे कि फल, घर की बनी मिठाई, या कम चीनी वाले मिठाई।

सरकार की सलाह:

  • बच्चों को cotton candy न खिलाएं।
  • बच्चों को स्वस्थ मिठाई खिलाएं।
  • यदि आपको कॉटन कैंडी बेचते हुए कोई दिखाई दे, तो इसकी सूचना अधिकारियों को दें।
बच्चों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।
यह भी जानें:
  • तमिलनाडु से पहले केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में भी कॉटन कैंडी पर प्रतिबंध लगाया गया था।
  • ‘रोडामाइन-बी’ का इस्तेमाल कपड़ों और अन्य रंगीन वस्तुओं को रंगने के लिए किया जाता है।
  • यह रसायन खाद्य पदार्थों में इस्तेमाल करने के लिए प्रतिबंधित है।

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मेरठ, उत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव पांची में जन्मे और पले-बढ़े रोहित सैनी पेशे से इंजीनियर हैं, लेकिन उनका असली जुनून लोगों तक जानकारी पहुँचाना है। वो मानते हैं कि सीखना तभी आसान और असरदार होता है जब जानकारी अपनी ही भाषा में मिले। इसी सोच के साथ उन्होंने यह खास प्लेटफॉर्म बनाया, जहाँ जटिल से जटिल विषयों को आसान और साफ़ भाषा में समझाया जाता है—वो भी हिंदी में, ताकि हर कोई बिना किसी रुकावट के सीख सके।

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