Share Market: अगर आप भी शेयर बाज़ार में निवेश करते हैं, तो आपके लिए ख़ुशख़बरी है। SEBI 28 मार्च से कैश सेगमेंट में T+0 सेटलमेंट का विकल्प देने जा रहा है। भारतीय शेयर बाजार में अभी सभी शेयरों के लिए T+1 सेटलमेंट पर काम होता है। जबकि दुनिया के ज्यादातर Share Markets में T+2 सेटलमेंट पर काम होता है।
T+1 सेटलमेंट क्या है? What is T+1 settlement means?
T+1 settlement: T+1 सेटलमेंट का मतलब है, अगर आपने कोई शेयर बेचा है, तो आपके शेयर बेचने के अगले कार्य दिवस पर पैसा आपके डीमेट खाते में आता है और अगर आपने कोई शेयर खरीदा है, तो आपके शेयर बेचने के अगले कार्य दिवस पर शेयर आपके डीमेट खाते में आता है।
T+0 सेटलमेंट क्या है? What is T+0 settlement means?
T+0 settlement: T+0 सेटलमेंट का मतलब है, अगर आपने कोई शेयर बेचा है, तो जिस दिन आपने शेयर बेचा है उसी दिन आपके डीमैट अकाउंट में पैसा आ जाएगा और अगर आपने कोई शेयर खरीदा है, तो जिस दिन आपने शेयर खरीदा है उसी दिन आपके डीमैट अकाउंट में शेयर आ जाएगा।
दो चरणों में लागू होगा सिस्टम
Share Market: सेबी ने T+0 सेटलमेंट को दो चरण में लागू करने की योजना बनाई है। T+0 सेटलमेंट के पहले चरण में स्टॉक मार्केट में दोपहर 1.30 बजे तक किए जाने वाले सभी ट्रेड के लिए सेम डे सेटलमेंट का प्रस्ताव किया है। इसमें पैसे और शेयरों के सेटेलमेंट की प्रक्रिया को शाम 4.30 बजे तक पूरा कर लिया जाएगा। दूसरे चरण में सेबी ने वैकल्पिक तौर पर इमीडिएट ट्रेड बाय ट्रेड सेटलमेंट की व्यवस्था की है।