- किसी दूसरे की जमीन के खसरा नंबर 960,961 का भेजा जा रहा है चिकित्सक को नोटिस
- नायब तहसीलदार की खोली पोल, डीएम कार्यालय पर चिकित्सकों ने किया प्रदर्शन
मेरठ। मेरठ तहसील का खेल भी निराला है। अपने फायदे के लिए कब किसी की जमीन को भूअभिलेखों से गायब कर दें और कब किसको नोटिस भेजकर धन वसूली का दबाव बना दे कुछ नहीं पता। ऐसा ही मामला मेरठ में गढ़ रोड स्थिततक्षशिला कालोनी में खसरा नंबर 968 के भूखंड संख्या एक-1 के मालिक , विनोद नर्सिंग होम के संचालक डा. मनोज कुमार सैनी के साथ हुआ है। शुक्रवार को चिकित्सक परिवार ने अपने साथी चिकित्सकों को साथ लेकर जिलाधिकारी कार्यालय और मेरठ सदर तहसील में प्रदर्शन करके भ्रष्टाचारी तहसील के अधिकारियों की पोल खोली। इन्होंने एक ज्ञापन भी सौंपा है। दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर सीएम कार्यालय पर परिवार सहित धरना देने की चेतावनी दी हे।

डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि गढ़ रोड स्थित तक्षशिला कालोनी में खसरा संख्या 968 का मालिक हैं, इसपर भूखण्ड सं ए-1 है। जब यह भूमि ग्राम पंचायत में थी तब से 1975 से अब तक के भूअभिलेख हमारे पास हैं। वर्ष 1985 में पूर्व में रहे भवन स्वामी द्वारा मेरठ विकास प्राधिकरण से स्वीकृत भवन का नक्शा भी है। तहसील व नगर निगम के अधिकारी शहर के कुछ भूमाफियाओं के साथ मिलकर भूमि कब्जाने का काम कर रहे हैं। शायद इसी नियत से मुझे नोटिस भेजे जा रहे हैं।

इनका कहना है कि हमारी प्लाट भूमि खसरा नंबर 968 मे हैं और तहसील के अधिकारी मुझे गढ़ रोड स्थित ग्राम दतावलीगेसूपुर तहसील सदर मेरठ खसरा संख्या 960 रकबा 0.0470 वर्ग मीटर चक मार्ग तथा खसरा संख्या 961 रकबा 0.0441 का मालिक बताते हुए नोटिस भेज रहे हैं कि हमने खसरा नंबर 960 और 961 में चकरोड़ पर कब्जा कर लिया है।
इन्होंने आरोप लगाया कि सदर तहसील के नायब तहसीलदार को कई बार बताया जा चुका है कि खसरा नंबर 960 और 961 हमारा नहीं है। फिर भी धन वसूली के लिए कारण बताओ नोटिस भेजे जा रहे हैं। उन्होंने तहसील और नगर निगम के दोषी अधिकारियों की जांच कराकर कार्रवाई करने और भेजे गए कारण बताओ नोटिस को निरस्त कराने की मांग की है।
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