- पार्षद ने प्रभारी मंत्री को दिखाई मृत गायों की वीडियो और लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
मेरठ में नगर निगम की परतापुर भूडबराल में गोशाला में भूख से तड़पतड़पकर मर रहे गोवंश का मामला प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह के सामने उठ गया। पार्षद उत्तम सैनी ने जब प्रभारी मंत्री को गोशाला में गायों के शवों के फोटो वीडियो दिखो तो वह दंग रहे गए। पार्षद ने आरोप लगाए कि निगम के अधिकारी सड़क और अन्य कार्य में भ्रष्टाचार में लगे हैं, गोशाला में गोवंश को चार व उपचार नसीब नहीं है। गोवंश मर रहे हैं। निगम के अधिकारी सरकार को बदनाम कर रहे हैं। पार्षद ने पशु कल्याण अधिकारी की भी शिकायत की।

पार्षद के आरोपों की पुष्टि के लिए प्रभारी मंत्री ने सर्किट हाउस में ही मौके पर बैठे महापौर हरिकांत अहलुवालिया से भी बात की। उन्होंने भी गोशाला में लापरवाही की बात कही। बस फिर क्या था कि प्रभारी मंत्री ने पूरे प्रशासन अमले की सर्किट हाउस में बैठक बुला ली। प्रभारी मंत्री ने गोशालों में गोवंश के मरने की शिकायत पर नगर निगम के अधिकारियों को आड़े हाथ ले लिया। प्रभारी मंत्री ने नगरायुक्त से नाराजगी जताते हुए कहा कि लापरवाही कतई नहीं चलेगी। या तो गोशाला को सुधार लो, नहीं तो कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि पशु कल्याण अधिकारी की भी बहुत शिकायतें आ रही हैं। सुधार करो। बैठक में मंत्री की नाराजगी को देखकर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली।
कांवड़ में नहीं होनी चाहिए लापरवाही, शिवभक्तों की सेवा में सभी सुविधाएं रहें
उप्र सरकार के मेरठ प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। नियमित सफाई करके चूना पटटी की जाए। पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था हो। पथ प्रकाश, बिजली की कमी न हो। सभी अधिकारी नियमित कांवड़ यात्रा की निगरानी रखें। कांवड़ियों की सेवा में सभी सुविधाएं होनी चाहिए। सुरक्षा की दृष्टि से कावंड़ियों के साथ साथ शहरवासियों का भी ध्यान रखा जाए।
इस अवसर पर सांसद अरूण चन्द्रप्रकाश गोविल, महापौर हरिकान्त अहलूवालिया, विधायक मेरठ कैंट अमित अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तौगी, जिलाधिकारी डा वीके सिंह, एसएसपी विपिन ताडा, सीडीओ नूपुर गोयल, नगर आयुक्त सौरभ गंगवार, उपाध्यक्ष एमडीए संजय कुमार मीणा, सीएमओ डा अशोक कटारिया, जिला सूचना अधिकारी सुमित कुमार अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड, लोनिवि सतेन्द्र सिंह, डीपीआरओ सहित पशुपालन, सिंचाई, विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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