देहरादून। उत्तराखंड महिला मंच की प्रदेश संयोजिका कमला पंत ने कहा है कि कुछ लोग उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में साम्प्रदायिक तनाव फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। पुरोला से लेकर नन्दानगर और दूसरी कई जगहों पर ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। पहलगाम की घटना के बाद कश्मीर के छात्रों को दून छोड़ने की धमकी दी गई और मजार तोड़ दी गई। इस समय समाज में भाईचारा बना रहे, इसको लेकर शासन प्रशासन की ओर से हरसंभव प्रयास किये जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मसूरी में शॉल बेचने वाले कश्मीरी युवकों को पीटा गया है। नैनीताल में नाबालिग से दुष्कर्म की एक घटना के बाद न सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों को पीटा गया, बल्कि इसका विरोध करने पर स्थानीय निवासी शैला नेगी नामक युवती को दुष्कर्म तक की धमकी दी गई। उन्होंने कहा कि सिविल सोसायटी इन सभी मामलों पर नजर रखे हुए है। उनका कहना है कि हम चाहते हैं कि समाज में भाईचारा बना रहे।
उन्होंने कहा कि इसके लिए बीते माह डीएम देहरादून के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया था। अगले दिन खबर आयी कि कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर ज्ञापन देने वालों की पिटाई करने के लिए लोगों को उकसाने वाले पोस्ट डाले। उन्होंने कहा कि एक मई को देहरादून के एसएसपी अजय सिंह से मिलकर इस बाबत शिकायत की। उन्होंने कानून के दायरे में कार्रवाई करने की मांग की।
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