- बस अडडे संचालन के लिए प्राइवेट कंपनियों की तलाश शुरू
- स्टेज कैरिज बस अड्डों से मिलेगी प्राइवेट बस, कॉन्ट्रैक्ट और टूरिष्ट बस
मेरठ। शहर में पीपीपी मॉडल पर दो स्टेज कैरिज बस अड्डे खोले जाएंगे। इसकी जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनियों को दी जाएगी। इस व्यवस्था को अमलीजामा पहनाने के लिए बृहस्पतिवार को कमिश्नर हृषिकेश भास्कर यशोद ने आयुक्त सभागार में संभागीय परिवहन प्राधिकरण की बैठक बुलायी। जिसमें उन्होंने राज्य सरकार की “उत्तर प्रदेश स्टेज कैरिज बस अड्डा, कांट्रैक्ट कैरिज एवं ऑल इंडिया टूरिस्ट बस पार्क (स्थापना एवं विनियमन) नीति 2025” को लेकर चर्चा की।

उन्होंने संभागीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा निजी निवेश से स्टेज कैरिज के बस अड्डे बनाने के लिए सर्व संबंधित को आगे आने की अपील की और परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह इसको लेकर जागरूकता फैलाएं। बैठक में सीएनजी रेट्रोफिटमेंट सेंटर के नियमन और मेरठ – सरधना निजी बस मार्ग पर परमिट नवीनीकरण को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। संभागीय परिवहन प्राधिकरण के सचिव के तौर पर संभागीय परिवहन अधिकारी हिमेश तिवारी ने बैठक में प्राधिकरण के विचार के लिए एजेंडा प्रस्तुत किया।
बता दें कि उप्र सरकार ने यूपी के हर शहर की सड़कों पर प्राइवेट और टूरिस्ट बसें की वजह से लगने वाले जाम को खत्म करने के लिए नीति बनायी है। शहर में पांच – पांच किमी की दूरी में दो स्टेज कैरिज बस अड्डे खोले जाएंगे। एक बस अड्डे का क्षेत्रफल कम से कम दो एकड़ होगा। एक बस अड्डे से जहां लोकल मार्ग पर चलने वाली बसें मिलेंगी वहीं टूरिस्ट बस भी मिलेगी। रेट भी निर्धारित होंगे।
बस अड्डों पर होगा स्वच्छ वातावरण और सुविधाएं
पीपीपी मॉडल के इन बस अड्डों पर यात्रियों के बैठने का उचित स्थान, पुरुष व महिलाओं के लिए शौचालय, स्वच्छ पानी, भोजन के लिए कैन्टीन, यात्रियों के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम, परिसर में सीसीटीवी कैमरे, जनरेटर, पूछताछ केन्द्र और बुकिंग काउंटर, पर्याप्त सुरक्षा आदि मिलेंगे।
बैठक में संभागीय परिवहन प्राधिकरण के सदस्य जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह और उप परिवहन आयुक्त हरि शंकर सिंह ,उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के मंडलीय प्रबंधक, विभिन्न बस यूनियन के पदाधिकारीयों सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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