धनखड़ को मिले 528 वोट और मार्गरेट अल्वा को 182 मत,
राजस्थान के झुंझुनी से राजनीति के सफर की शुरूआत करने वाले जगदीप धनखड़ शनिवार को देश के उपराष्ट्रपति चुने गए। उप राष्ट्रपति पद के लिए 725 सांसदों ने वोट डाले। जिनमें जगदीप धनखड़ को 528 सांसदों के मत प्राप्त किए, वहीं विपक्षी प्रत्याशी मार्गरेट अल्वा 182 मतों पर ही सिमट गईं। मतपेटी में 15 सांसदों के ऐसे मत मिले जिनको रदद् माना गया। जगदीप धनखड़ को बधााई देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत काफी नेता उनके अकबर रोड स्थित उनके आवास पर पहुंचे।
जगदीप धनखड और विपक्षी प्रत्याशी मार्गरेट अल्वा के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही थी। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहते हुए जगदीप धनखड़ और टीएमसी नेता ममता के बीच लगातार तखियां बनी रहीं, लेकिन उप राष्ट्रपति चुनाव में टीएमएस नेता ममता ने अपनी पार्टी के सांसदों द्वारा वोट न करने का ऐलान करके सभी को चौका दिया। जिसका सीधा फायदा उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को साफ तोर देखा गया। इतना ही नहीं राष्ट्रपति चुनाव की तरह ही उप राष्ट्रपति चुनाव में भी भाजपा ने विपक्षी दलों के मतदाताओं में सेंध लगा दी।
शनिवार को संसद भवन के एक हॉल में दिन भर उप राष्ट्रपति के लिए मतदान किया गया। पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड और पूर्व केंद्रीय मंत्री मार्गरेट अल्वा के बीच चुनाव हुआ। शाम पांच बजे से मतों की गिनती शुरू होते ही धनखड़ के गांव झुंझूनु में खुशियों मनाने के लिए ढोल नगाड़े बजने शुरू हो गए थे। एक दूसरे को लड्डू खिलाने का काम शुरू हो गया। शाम 7ः50 बजे उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा होने पर पूरे देश में भाजपा और सहयोगी दलों ने खुशियां मनायी।
धनखड़ के सहारे राजस्थान का चुनाव फतेह करने की तैयारी
भाजपा ने जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठाकर ओबीसी जाट समाज में ही संदेश देने का काम नहीं किया है बल्कि राजस्थान में होने वाले विधान सभा चुनावों को भी साधने का काम किया है। बताते हैं कि राजस्थान में जाट समाज हार जीत तय करने में निर्णायक है।