- आरसी में दर्ज मोबाइल नंबर करा लें अपडेट, ताकि मैसेज से मिलती रहे जानकारी
- चालान से बचने के लिए भी दूसरों के वाहनों की नंबर प्लेट लगाकर घूम रहे हैं लोग
- पीडितों को राहत के लिए सरकार ने बदली व्यवस्था, अब जिले पर ही आरटीओ करेंगे समस्या का समाधान
लखनऊ। सावधान, कहीं अपराधी की गाड़ी पर तो आपके वाहन की नंबर प्लेट तो नहीं लगी है। अगर ऐसा है तो आपको जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। अपराधी आपके वाहन की नंबर प्लेट लगाकर कोई भी बड़ा अपराध कर सकता है। यातायात नियमों को तोड़कर चालान भी कटवा सकता है।

इसकी असलियत जानने के लिए वाहन स्वामी को अपनी आरसी में मोबाइल नंबर अपडेट कराना होगा। ताकि अपराधी के वाहन पर लगी आपके वाहन नंबर की प्लेट का ऑनलाइन चालान होने पर आपके मोबाइल पर मैसेज आ सके। दूसरों के वाहनों की नंबर प्लेट अपने वाहनों पर लगाकर अपराध करने वाले पूरे उप्र में सक्रिय हैं।
बाइक और कारों की नंबर प्लेट लगाकर दूसरे काॅमर्शियल वाहन सड़कों पर दौड़ा रहे हैं। ऐसे मामले बढ़े तो लखनऊ मुख्यालय ने सभी जिलों पर संभागीय अधिकारियों को स्थानीय स्तर पर ही ऐसे पीड़ित वाहन स्वामियों की समस्या का निस्तारण के आदेश जारी कर दिए हैं।
पुलिस से बचने को फर्जी वाहनों पर लगी है दूसरी नंबर प्लेट
सड़कों पर तेज गति से , ओवरलोड़ वाहन, विपरीत दिशा में चलने वाले,सीट बेल्ट न लगाने और हेलमेट न पहनने वालों की भरमार है। उप्र सड़क परिवहन विभाग और ट्रेफिक पुलिस ने ऐसे वाहनों को पकड़नेके लिए कैमरों का पेहरा बैठाया हुआ है। अधिकतर हाईवे पर इंटरसेप्टर गाड़ी और कैमरों से ऑनलाइन चालान किए जा रहे हैं। उधर अपराधियों ने सरकार की तीसरी आंख कैमरे से बचने का रास्ता निकाल लिया है। अपने वाहन पर किसी अन्य व्यक्ति के वाहन की नंबर प्लेट लगवाकर सरकारी मशीनरी धता बताया है।
वाहन स्वामी को साक्ष्य देने पर ही मिलेगी राहत
अगर आपका वाहन घर पर खड़ा है और फिर भी उसके चालान होने का मैसेज मोबाइल पर आता है तो इसकी सूचना साक्ष्यों के साथ अपने जिले में आरटीओ कार्यालय में देनी होगी। अब ऐसे लोगों को चालान भरने से बचाने के लिए उप्र परिवहन विभाग लखनऊ के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके लिए शासन ने प्रत्येक जिले में आरटीओ प्रशासन को ऐसे प्रकरणों की जांच करके निस्तारण करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इतना जरूर है कि वाहन स्वामी को साक्ष्य देने होंगे।
फर्जीवाड़ा कर रहे हैं काफी लोग
दूसरे के वाहन की नंबर प्लेट अपने वाहन पर लगाकर सरकार को चूना लगाने और दूसरे वाहन स्वामी को नुकसान पहुंचाने वालों की संख्या काफी है। आए दिन ऐसे मामले आ रहे हैं। अब सरकार ने राहत दी है कि ऐसे मामले प्रत्येक जिले में आरटीओ पीड़ित वाहन स्वामियों की समस्या का समाधान करेंगे। इस समस्या से बचने के लिए वाहन स्वामियों को वाहन आरसी में अपने मोबाइल नंबर अपडेट कराने चाहिए। ताकि समय पर गलत तरीके से वाहन के चालान कटने की सूचना भी मिल सके।