सूकर, कुत्ते, बिल्ली, घोड़ा, गधा, चूहा आदि की गंदगी से लोग हो सकते हैं बीमार

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  • पशुपालन विभाग ने संचारी रोग अभियान चलाकर पशुपालकों को किया जागरूक
  • सावधान नहीं हुए तो हो जाओगे बीमारी के ​शिकार
  • सूकर, कुत्ते, बिल्ली, घोड़ा, गधा, चूहा आदि की गंदगी से लोग हो सकते हैं बीमार
  • संचारी रोक फैलने के खतरे से बचाएगी सफाई

अगर आप सूकर, कुत्ते, बिल्ली, घोड़ा, गधा आदि पालते हैं या फिर घर में चूहें हैं तो इनके मलमूत्र की गंदगी से आपको संचारी रोग लेप्टोस्पाईरोसिस, इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी लग सकती है। बुखार जानलेवा सबित हो सकता है। बीमारियों से बचना है तो जहां ये जानवर पलते हैं वहां पर साफ सफाई रहनी चाहिए। कुछ अन्य उपाय भी करने होंगे। जागरूकता को लेकर पूरे उप्र में पशुपालन विभाग भी कार्यक्रम चला रहा है। मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डा. संदीप शर्मा ने बताया कि जापानी इंसेफेलाइटिस को फैलाने में मच्छर वेक्टर का काम करते हैं।

जो लोग सूकर पालते हैं उनको ध्यान रहे कि वह रात को सूकरों को मच्छरदानी में रखें और स्वयं भी मच्छरदानी में सोएं। इनके माध्यम से दिमागी बुखार होता है जो एक जानलेवा बीमारी है। बच्चों को अधिक होता है। इसी प्रकार कुत्ते, बिल्ली, घोड़ा, गधा, चूहा आदि के मूत्र के संपर्क में आने से लेप्टोस्पाईरोसिस बीमारी मनुष्य में होती है।

ये हैं संचारी रोग

– संचारी रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलते हैं। संचारी रोग के कारण-वायरस जैसे कि इन्फ्लूएंजा, एचआईवी, हेपेटाइटिस आदि, बैक्टीरिया जैसे कि ट्यूबरकुलोसिस, न्यूमोनिया आदि, फंगस जैसे कि रिंगवर्म, कैंडिडिआसिस आदि, परजीवी जैसे कि मलेरिया, फाइलेरियासिस आदि।

संचारी रोग के ये हैं लक्षण

– संचारी रोगों में बुखार एक आम लक्षण हैं। इसमें सिरदर्द, थकान, और कमजोरी होती है। खांसी, जुकाम, और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। त्वचा पर चकत्ते या दाने बन सकते हैं।

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