- स्वामी ज्ञान भिक्षुक दास की 65वीं पुण्यतिथि व सतगुरु समन दास महाराज की स्मृति में हो रहा है आयोजन
- शुक्रतीर्थ धाम के विकास को संकल्पित योगी सरकार के नेतृत्व में चल रहे अनेक विकास कार्य
लखनऊ। मुजफ्फरनगर की पावन धरती शुक्रताल में आज विशाल संत समागम होगा। जिसमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ भी संत समागम का हिस्सा बनेंगे। यह समागम संत शिरोमणि सतगुरु रविदास सतगुरु समनदास आश्रम सतगुरु गद्दी शुक्रतीर्थ में होगा। समागम स्वामी ज्ञान भिक्षुक दास की 65वीं पुण्यतिथि और सतगुरु समनदास महाराज की स्मृति में हो रहा है।

बता दें कि स्वामी ज्ञान भिक्षुकदास महाराज ने जीवन भर समाज के उत्थान की अलख जगाई। उन्होंने शाकाहारी जीवन जीने और नशे से दूर रहने का संदेश दिया। इस कार्यक्रम में शामिल होने के बड़ी संख्या में संत पहुंच रहे हैं। धार्मिक कार्यक्रम की कई दिन से तैयारियां चल रही हैं। प्रशासन ने मंगलवार को भी मौके पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
शुक्रताल में ही सुकदेव गोस्वामी ने राजा परीक्षित को सुनाई थी श्रीमद् भागवत कथा
शुक्रताल उप्र की प्रसिद्ध धार्मिक नगरियों में से एक है। यह स्थल मुजफ्फरनगर मुख्यालय से 28 किमी दूर गंगा नदी के किनारे है। वह वट वृक्ष आज भी हरा भरा है जहां पर गोस्वामी जी ने भागवत कथा कही थी। इस वटवृक्ष के पत्ते कभी सूखते नहीं हैं। जिसमें तोतों का वास रहता है। कहा जाता है कि भाग्यशाली व्यक्ति को ही ये तोते दिखाई देते हैं। बताते हैं जब सुकदेव गोस्वामी राजा परीक्षित को भागवत कथा सुना रहे तो तोते ने पूरी कथा सुनी। इन तोतों को उसी रूप में देखने का महात्य है।
सुकदेव गोस्वामी और भगवान कृष्ण का मंदिर
वटवृक्ष के नीचे प्राचीन कालीन छोटा सुकदेव गोस्वामी मंदिर है। साथ भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर है। प्रतिदन श्रद्धालु भगवान की पूजा करने पहुंचते हैं। वटवृक्ष और सुकदेव गोस्वामी मंदिर पर श्रद्धालु कलावा बांधकर मिन्नते मांगते हैं। मुरादें पूरी होने पर लोग बांधा गया कलावा खोलने पहुंचते हैं।