Ayurveda Mahasammelan Meerut: मेरठ में आयुर्वेद के नए इतिहास का आरंभ, तीन दिन चलेगा आयुर्वेद महाकुंभ चिकित्सा

  • आयुर्वेद महासम्मेलन में पहुंचे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ , राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवम यूपी के मुख्य्मंत्री आदित्यनाथ।
  • मेरठ में 300 से ज्यादा आयुर्वेदाचार्य जुटे, मेडिकल में आयुर्वेद और नई रिसर्च पर 3 दिन होगी चर्चा
  • तीन दिन चलेगा आयुर्वेद महाकुंभ चिकित्सा
  • चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह मैं कार्यक्रम
  • योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल, सर्किट हाउस से पहुँचे सीसीएस यूनिवर्सिटी, पुलिस लाइन में उतरा हेलीकॉप्टर

मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में शनिवार को आयुर्वेद महासम्मेलन और प्रादेशिक आयुर्वेद सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जो उत्तर प्रदेश के आयुर्वेद महाकुंभ चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पहलू होगा। इस सम्मेलन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की अध्यक्षता में भाग लेने के लिए राज्यपाल व मुख्यमंत्री चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के खेल परिसर पहुंचे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एक साथ गाड़ी में बैठकर चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय पहुंचे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के परिसर में आयुर्वेद महासम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंचा। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया।

मेरठ में 300 से ज्यादा आयुर्वेदाचार्य जुटे, मेडिकल में आयुर्वेद और नई रिसर्च पर 3 दिन होगी चर्चा

मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में जुटे देशभर के 300 से ज्यादा आयुर्वेदाचार्य और 1200 छात्र-छात्राएं, यहां चिकित्सा में आयुर्वेद और नई रिसर्च पर होगी चर्चा, आयुष मंत्रालय द्वारा देशभर में आयुर्वेद के प्रचार के लिए मनाया जा रहा आयुर्वेद पर्व.

तीन दिन चलेगा आयुर्वेद महाकुंभ चिकित्सा

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तीन दिवसीय महाकुंभ में क्रांतिधरा मेरठ से नया इतिहास लिखा जाएगा। इसमें आधुनिक तकनीक से यह सिद्ध होगा कि आयुर्वेद भी जटिल रोगों के उपचार में कारगर है। राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने बताया कि करीब पांच हजार साल पूर्व कश्यप संहिता ग्रंथ में स्वर्ण प्राशन संस्कार के बारे में उल्लेख किया गया था।

कोरोना काल में भी इसका उपयोग इम्युनिटी बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। मेरठ के आनंद अस्पताल में भी इसका उपयोग किया गया था। वहीं, पीजीआइ लखनऊ और किंग जार्ज मेडिकल कालेज लखनऊ भी गोरखपुर के कुपोषित बच्चों के उपचार के दौरान इसका सफल परीक्षण कर चुके हैं।

योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल, सर्किट हाउस से पहुँचे सीसीएस यूनिवर्सिटी, पुलिस लाइन में उतरा हेलीकॉप्टर

Ayurveda Mahasammelan Meerut:

मेरठ, उत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव पांची में जन्मे और पले-बढ़े रोहित सैनी पेशे से इंजीनियर हैं, लेकिन उनका असली जुनून लोगों तक जानकारी पहुँचाना है। वो मानते हैं कि सीखना तभी आसान और असरदार होता है जब जानकारी अपनी ही भाषा में मिले। इसी सोच के साथ उन्होंने यह खास प्लेटफॉर्म बनाया, जहाँ जटिल से जटिल विषयों को आसान और साफ़ भाषा में समझाया जाता है—वो भी हिंदी में, ताकि हर कोई बिना किसी रुकावट के सीख सके।

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