- सीएम धामी बोले, सड़क दुर्घटनाओं में आएगी कमी, सरकार बना रही है ठोस नीति
काशीपुर। अब उत्तराखंड में ड्राइविग लाइसेंस बनवाने के लिए आपको ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक पर देना होगा। ड्राइविंग टेस्ट अब अधिक पारदर्शी, तकनीकी आधारित होगा। इससे जहां योग्य चालकों को ही ड्राइविंग लाइसेंस मिलेंगे, वहीं सड़क दुर्घटनाओं में कमी भी कमी आएगी। सरकार ने ट्रैक का निर्माण सीएसआर इनिशिएटिव के तहत मारुति सुजुकी इंडिया लि. को दिया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक दिवसीय जनपद भ्रमण के दौरान काशीपुर में परिवहन विभाग द्वारा विकसित सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय भवन और ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक्स का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने 1127.52 लाख रुपये की लागत वाली तीन परियोजना, जिनमें काशीपुर, हरिद्वार व ऋषिकेश में बने ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक्स का उद्घाटन किया।इसके अलावा उन्होंने 1013.95 लाख की लागत से बनने वाले जयतपुर-धनौरी मार्ग की भी घोषणा की।

सीएम धामी ने वर्ष 2024 में 1090 सड़क दुर्घटना मृत्यु का हवाला देते हुए कहा कि लोग विशेषकर युवा तेज रफ्तार से वाहन चलाते हैं। इससे इन्हें बचना चाहिए। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने बच्चों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने की सीख दें। उन्होंने कहा कि राज्य में 11 स्थानों पर ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक्स और देहरादून व हल्द्वानी में चालक प्रशिक्षण संस्थान बनाए जा रहे हैं।
इसके अलावा, वाहन फिटनेस परीक्षण के लिए सात स्थानों पर प्राइवेट टेस्टिंग स्टेशन की स्वीकृति दी गई है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, विधायक त्रिलोक सिंह चीमा, महापौर दीपक बाली, पूर्व सांसद बलराज पासी, एसएसपी मणिकांत मिश्रा, जिलाधिकारी नितिन भदौरिया समेत बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी व नागरिक उपस्थित रहे।
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