- घनी आबादी के बीच चल रही है फेन बॉक्स बनाने की फैक्ट्री
- गैस सिलेंडर के धामके से टूट गई दीवार, आसपास की बिल्डिंग भी दहली
मेरठ के गढ़ रोड स्थित जयभीमनगर के संजय विहार में फेन बॉक्स बनाने वाली फैक्ट्री की दूसरी मंजिल पर रखे गैस सिलेंडर फटने से फैक्ट्री में आग लगी। यहां काम करने वाली दो महिला और दो पुरुष मजदूर झुलस गए। चारों घायलों को जैसे तैसे फैक्ट्री की इमारत से बाहर निकाला और गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। इस दौरान फैक्ट्री मालिक भी नीचे प्रथम तक पर मौजूद था। फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। इस दौरान फैक्ट्री में आग से निकले धुएं से पूरे क्षेत्र में धुंध छा गई।

घटना सोमवार शाम लगभग तीन बजे की है। जयभीमनगर के संजय विहार में किला परीक्षितगढ़ निवासी सुमित गुप्ता की फैक्ट्री है। फैक्ट्री में 10-12 महिला पुरुष कर्मचारी काम करते हैं। सोमवार को फैक्ट्री के प्रथम तल पर जहां फैक्ट्री मालिक समित मौजूद था,वहीं दूसरी मंजिल पर कर्मचारी सीता, कश्मीरी, कुलदीप निवासी संजय विहार और फतेहउल्लापुर निवासी जुनैद काम कर रहे थे। बाकी कर्मचारी छुटटी पर थे।
तभी फैक्ट्री में अचानक आग लगी। जो गैस सिलेंडर तक पहुंच गई। घरेलू गैस सिलेंडर धमाके के साथ फटा और दीवार तोड़कर बाहर निकल गया। लोगों ने बताया कि महिला कर्मचारी कश्मीरी भी बिल्डिंग से बाहर आकर गिरी। फैक्ट्री में रखे दो गैस सिलेंडर आग की चपेट में आने से बच गए।
इलाके में मच गई अफरातफरी, झुलसे घायलों को बाहर निकाला

जैसे ही फैक्ट्री की बिल्डिंग में आग लगने पर गैस सिलेंडर फटने का धमाका हुआ और काला धुंआ फैक्ट्री से बाहर निकलने लगा तो आसपास के लोगों में भी अफरा तफरी मच गई। सूचना पर फायर बिग्रेड और थाना पुलिस भी पहुंच गई। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया और लोगों के सहयोग से झुलसे लोगों को बाहर निकाला। चारों ही लोग 50 प्रतिशत तक झुलस गए।
मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं घायल
आग में झुलसी कर्मचारी सीता, कश्मीरी, जुनैद और कुलदीप को लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के बर्न विभाग में भर्ती कराया गया है। जहां पर उनका उपचार चल रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि चारों लोग काफी झुलसे हुए हैें। ठीक होने में थोड़ा समय लगेगा।
घायलों का उपचार कराने में जुटे रहे सुमित गुप्ता
– फैक्ट्री मालिक सुमित गुप्ता घटना होने के बाद फरार होने की बजाय , सभी घायलों के उपचार कराने में जुटे रहे। हालांकि घायलों के परिजनों ने घायलों को मेडिकल कॉलेज की बजाय प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने की मांग की। मेडिकल में भर्ती कराने पर परिवार वालों में नाराजगी भी दिखाइ्र दी।
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