देहरादून। भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग) के निदेशक डॉ. राघवेन्द्र प्रताप सिंह शनिवार को प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह से मिले। उन्होंने राज्यपाल को संस्थान की गतिविधियों, अनुसंधान कार्यों तथा सुदूर संवेदन और भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किए जा रहे नवीन प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि संस्थान द्वारा चंपावत में सुदूर संवेदन और जीआईएस तकनीकों का उपयोग करके प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन, पर्यावरण निगरानी, आपदा प्रबंधन और क्षमता निर्माण के क्षेत्रों में कार्य किया है।इस पर राज्यपाल ने संस्थान द्वारा विज्ञान एवं तकनीक के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
साथ ही कहा कि सुदूर संवेदन तकनीक का उपयोग राज्य के विकास, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण तथा कृषि क्षेत्र में अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकता है। उन्होंने संस्थान में एआई, मेटावर्स, क्वांटम आदि के उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि इससे शोध कार्यों को और अधिक सुलभता से किया जा सकेगा।
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