रेलवे का एतिहासिक कार्य, नई रेल लाइनों से बढ़ेगी कनेक्टिविटी

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देश की अर्थव्यवस्था में भी वरदान साबित होगी रेलवे

नई दिल्ली। भारत में रेलवे सिर्फ एक यात्रा का साधन नहीं है, बल्कि यह देश की तरक्की की रफ्तार को बढ़ाने वाला एक मजबूत माध्यम है। हर साल रेलवे देश के कोने-कोने को रेलवे से जोड़ने के लिए नए-नए काम कर रहा है। इस बार वित्तीय वर्ष 2024- 25 में उत्तरी रेलवे के निर्माण विभाग ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं। इस साल रेलवे ने नई रेल लाइन, दोहरीकरण, पुल, सब वे, स्टेशन सुधार और कर्मचारियों की सुविधाओं के क्षेत्र में एतिहासिक काम किया है। जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी। माल ढुलाई भी कामयाबी मिलेगी। रेलवे का यह कदम आने वाले समय में देश की अर्थव्यवस्था और कनेक्टिविटी दोनों को मजबूत करेगा।

रेलवे का एतिहासिक कार्य, नई रेल लाइनों से बढ़ेगी कनेक्टिविटी

ये हैं मुख्य उपल​ब्धियां :

✅ नई रेल लाइनों का निर्माण:

  • वर्ष 2024–25 में कुल 92.551 किलोमीटर नई रेल लाइनें चालू की गईं।
  • यूएसबीआरएल(उधमपुर–श्रीनगर–बारामुला रेल लिंक) परियोजना के तहत:
  • संगलदान से रेयासी तक 46 किमी लाइन चालू की गई।
  • कटरा से रेयासी तक 17 किमी लाइन का काम पूरा हुआ।
  • देवबंद से रुड़की तक 29.551 किमी लाइन का सफल निरीक्षण हुआ।

✅ रेल लाइन डबलिंग (दोहरीकरण):

  • कुल 129.865 किमी में डबल लाइन बिछाई गई:
  • राजपुरा–बठिंडा मार्ग में 31.23 किमी लाइन चालू की गई।
  • जंघई–प्रतापगढ़–अमेठी खंड में 23.715 किमी लाइन चालू।
  • लुधियाना–बड्डोवाल और लुधियाना–गिल खंडों में गति परीक्षण सफल रहा।

✅ स्टेशनों और सिग्नल प्रणाली में सुधार:

  • 26 नॉन इंटरलॉकिंग (एनआई) कार्य पूरे किए गए, जिससे ट्रेन संचालन और बेहतर हो गया।
  • अयोध्या कैंट., रोजा, जम्मू, शाहगंज, पलवल और रुड़की में स्टेशन सुधार किए गए।

✅ पुल और सड़क निर्माण

  • यात्रियों और वाहनों की सुविधा के लिए:
  • 17 रोड ओवर ब्रिज बनाए गए।
  • 50 सबवे और अंडर ब्रिज तैयार किए गए।

✅ ट्रैक मरम्मत और सुधार कार्य:

  • उतरिया–आलमनगर बाइपास पर 17 किमी ट्रैक को नए सिरे से ठीक किया गया।

✅ यात्री और कर्मचारियों की सुविधा में बढ़ोतरी:

  • रायबरेली में 26 कोच वॉशिंग और मरम्मत केंद्र बनाए गए।
  • कालका में ब्रॉड गेज वॉशिंग लाइन का विस्तार किया गया।
  • तिलक ब्रिज, नई दिल्ली में अधिकारियों के लिए दो नए विश्रामगृह बनाए गए।
  • लखनऊ में लोको पायलट और गार्ड के लिए 125 कमरों वाला आधुनिक रनिंग रूम तैयार हुआ।

ये बोले, महाप्रबंधक

“हमारी कोशिश है कि यात्रियों को ज्यादा सुरक्षित, आरामदायक और तेज यात्रा का एहसास हो। इस साल उत्तरी रेलवे ने जो काम किए हैं, वे भविष्य में देश की तरक्की में बड़ी भूमिका निभाएंगे।”

— अशोक कुमार वर्मा, महाप्रबंधक, उत्तरी रेलवे।

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