- सिपाही ही चलता था गैंग, पकड़े गए गैंग के चार सदस्य
मेरठ। जब रक्षक ही भक्षक बन जाएंगे तो देश का क्या होगा। जिसने एक दिन यूपी पुलिस में भर्ती होकर जनता की सेवा करने और इमानदारी के साथ नौकरी करने की शपथ ली थी, उसने ही जनता से नकली करेंसी से लोगों के साथ ठगी करनी शुरू कर दी। पूरा गैंग ही चलाने लगा। यूपी पुलिस के सिपाही के गैंग का फर्दाफाश मेरठ की मवाना पुलिस ने किया है। गैंग के चार सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है।
नकली करेंसी से लोगों को ठगने वाले गैंग को इमरान चलाता था। वह गाजियाबाद पुलिस का सिपाही बताया जा रहा है। पुलिस ने चार ठगों को गिरफ्तार करके इनके पास से नौ हजार रुपये। पुलिस ने बताया कि प्रत्येक गड्डी के ऊपर दोनों तरफ असली 500 के नोट लगे हुए थे जबकि बीच में सभी नोट नकली थे।
गैंग के पास से 200 के नोटों की 19 गड्डी मिली। इनमें भी प्रत्येक गड्डी के ऊपर व नींचे एक एक नोट असली लगा था। ताकि कोई बीच में लगे नकली नोटों को पहचान न सके। ये गैंग के सदस्य भोले भाले लोगों को असली नोट बताकर देते थे। यह गैंग एनसीआर में काफी समय से काम कर रहा था। इनके पास से पुलिस ने एक ब्रेज़ा कार, एक पिस्टल लाइटर, एक तमंचा भी बरामद किया है। गैंग के तीन सदस्य अभी फरार बताए हैं। मवानापुलिस ने बताया कि बाकी फरार तीनों बदमाशों को भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।