- सेना में लेफ्टिनेंट बनी वैशाली के स्वागत को उमड़ा सैलाब
- वैशाली ने सीडीएस परीक्षा में हासिल की सातवीं रैंक
- गांव वालो ने पहनाई नोटों की माला, बोले, देश की सेवा करेगी हमारी बेटी
मेरठ। मेरठ जिले के हापुड़ रोड स्थित गांव नालपुर निवासी स्व. रामवीर की वेटी वैशाली हूंड ने संयुक्त रक्षा सेवा की परीक्षा में सातवीं रैंक प्राप्त करके अपने माता पिता का सपना साकार कर दिया। अब वैशाली सेना में लेफ्टिनेंट बन गई है। हालांकि अभी तीन साल की ट्रेनिंग करने के बाद लेफ्टिनेंट की वर्दी में नजर आएगी।

रविवार को गांव पहुंचने पर वैशाली के स्वागत के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। नोटों की माला पहनाकर और ढोल नगाड़ों से स्वागत किया गया। ग्रामीण बोले, अब हमारी बेटी,देश की सीमा पर तैनात रहकर मातृभूमि की रक्षा करेगी। बेटी के सेना में अधिकारी बनने पर पूरे गांव में खुशी की लहर है।

24 साल की वैशाली के संघर्ष की कहानी कुछ अलग ही है। माता-पिता का साथ बचपन में ही छूट गया, लेकिन वैशाली ने हार नहीं मानी। प्रारंभिकशिक्षा गांव में ही मास्टर नारायण सिंह से मिली। इसके उपरांत जवाहर नवोदय स्कूल से 12वीं पास की। सीडीएस की तैयारी के लिए देहरादून, नोएडा और दिल्ली में कोचिंग की। साथ साथ ग्रेजुएशन किया। वैशाली और उसके भाई सौरभ की परवरिस चाचा सोमबीर ने की है।

वैशाली के स्वागत के लिए जहां ढोल नगाड़ेबज रहे थे वहीं वैशाली जहां अपने से बड़ों को हाथ जोड़कर नमस्कार करती दिखी वहीं महिलाओं से गली मिली। ग्रामीणों से मिल रहे प्यार के दौरान कई बार वैशाली की आंखों में खुशी के आंसू भी छलकते नजर आए। इस दौरान भाजपा नेता रोबिन गुर्जर ने कहा कि वैशाली के पिता मेरे मित्र थे। आज भतीजी की सफलता से मानो ऐसा लग रहा है जैसे ईश्वर ने पूरे गांव को अलग ही तोहफा दिया है।