- सीएम बोले, गंगा एक्सप्रेसवे से यूपी के औद्योगिक और आर्थिक विकास को मिलेगा बल
- सीएम ने ने गंगा एक्सप्रेसवे का निरीक्षण किया निरीक्षा,
हापुड़। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे देश के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे में से एक होगा और इसकी संरचना इतनी मजबूत होगी कि इस पर लड़ाकू विमान या व्यावसायिक विमान भी उतर सकेंगे। इसका निर्माण कार्य नवंबर तक पूरा हो जाएगा। यह उत्तर प्रदेश के औद्योगिक और आर्थिक विकास को बल देगा, छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों को राज्य की मुख्यधारा से जोड़ेगा।

यह बात सीएम ने रविवार को गंगा एक्सप्रेसवे का निरीक्षण करते हुए कही। उन्होंने हापुड़ जिला की गढ़मुक्तेश्वर तहसील, शाहजहांपुर जिला की जलालाबाद तहसील और हरदोई क्षेत्र में गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य देखे और गुणवत्ता की जांच की। इस दौरान उन्होंने कि एक्सप्रेस वे कृषि, व्यापार, पर्यटन और निवेश के नए अवसर पैदा करेगा। उन्होंने निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों के कार्य का जायजा लिया और कार्य की सराहना की। मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद इंजीनियरों से कार्य की तकनीकी गुणवत्ता के बारे में भी जानकारी ली।
उन्होंने शाहजहांपुर जिले की जलालाबाद तहसील के पीरू गांव में गंगा एक्सप्रेस वे पर बनायी जा रही हवाई पटटी का भी निरीक्षण किया। यह हवाई पट्टी लड़ाकू विमानों और व्यावसायिक विमानों की लैंडिंग के लिए उपयुक्त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह रणनीतिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण पहल है जो आपातकालीन परिस्थितियों में भी कारगर साबित होगी।
गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना का महत्व
गंगा एक्सप्रेसवे 594 किलोमीटर लंबा होगा, जो मेरठ से प्रयागराज तक फैला रहेगा। इसके निर्माण से प्रदेश के पश्चिमी, मध्य और पूर्वी हिस्से आपस में सीधे जुड़ जाएंगे। इस परियोजना से यात्रा का समय कम होगा। उद्योगों का विस्तार होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बड़ा बल मिलेगा। इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे आपातकालीन सैन्य संचालन के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा।मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे का निरीक्षण करने पहुंचे उप्र के मुख्यमंत्री, सीएम ने हापुड़ गढमुक्तेश्वर, आलमनगर बांगर आदि में निरीक्षण किया और अधिकारियों से कार्य की प्रगति रिपोर्ट ली।
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