difference between be and btech: जब 12वीं पास होने के बाद इंजीनियरिंग करने का समय आता है, तो बहुत से स्टूडेंट्स को यह सवाल उठता है कि बीटेक (बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी) करें या फिर बीई (बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग)। दोनों कोर्सेज के बीच फर्क और समानता को लेकर वे कंफ्यूज रहते हैं। इन दोनों डिग्रियों को समान महत्व दिया जाता है और दोनों एक जैसी लगती हैं। दोनों ही चार वर्षीय अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स हैं, जिसमें 12वीं के बाद जेईई मेन या अन्य कोई इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा देकर एडमिशन लिया जा सकता है।
दरअसल, भारत में बहुत से विश्वविद्यालय अलग-अलग विषयों में डिग्रियां देते हैं, जिसमें इंजीनियरिंग, आर्ट्स, साइंस, और कॉमर्स शामिल होते हैं। जैसे बैचलर ऑफ आर्ट्स को बीए और बैचलर ऑफ कॉमर्स को बीकॉम की डिग्री दी जाती है, उसी तरह से इंजीनियरिंग करने वालों को बीई डिग्री का नाम दिया जाता है। वहीं, देश में अन्य टेक्निकल इंस्टीट्यूट्स हैं, जो अपनी इंजीनियरिंग की डिग्री को बीटेक का नाम देते हैं, जैसे कि आईआईटी और एनआईटी टेक्निकल इंस्टिट्यूट्स। हालांकि, सभी इंस्टिट्यूट्यूट्स बीटेक के नाम से डिग्री नहीं देते हैं, प्रतिष्ठित बिट्स पिलानी इंस्टिट्यूट बीई की डिग्री देता है।
बीटेक और बीई की डिग्री में मुख्य अंतर यह है कि इन कोर्सेज की पढ़ाई के तौर तरीकों में अंतर है। बीटेक के कोर्स का सिलेबस स्किल ओरिएंटेड माना जाता है, जिसमें थ्योरी की बजाय प्रैक्टिकल पर ज्यादा जोर दिया जाता है। वहीं, बीई में थ्योरी और फंडामेंटल्स पर ज्यादा जोर दिया जाता है। बीई में इंजीनियरिंग के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझा जाता है, वहीं बीटेक में साइंस के टेक्निकल पहलु और एप्लीकेशंस को समझाया जाता है।
इसके अलावा, बीटेक के सिलेबस और कोर्स में जहां इंटर्नशिप और इंडस्ट्री से संपर्क को अनिवार्य माना जाता है, वहीं बीई कोर्स में इंडस्ट्रियल विजिट्स जरूरी हिस्सा नहीं होते। बीटेक की डिग्री जहां टेक्नोलॉजी ओरिएंटेड है, वहीं बीई की डिग्री नॉलेज ओरिएंटेड है। इन सभी पाठ्यक्रमों में बीटेक कोर्स बीई की तुलना में इंडस्ट्री की बदलती जरूरतों के मुताबिक ज्यादा अपडेट किया जाता है।
हालांकि, बहुत से एक्सपर्ट्स का मानना है कि बीई और बीटेक के बीच का फर्क ऐतिहासिक है और यह एक गलतफहमी है। वर्तमान में, दोनों कोर्सेज के लगभग समान सिलेबस और कोर्स होते हैं, लेकिन दृष्टिकोण अलग-अलग हो सकते हैं। तो यह आपकी पसंद और इंटरेस्ट पर निर्भर करता है कि आप किस डिग्री को चुनना चाहते हैं।
सरकार के नियमों के मुताबिक, दोनों डिग्रियां समान मानी जाती हैं। AICTE बीई और बीटेक दोनों को समान समझता है और अवसरों के मामले में दोनों ही डिग्रियों को समान मान्यता प्राप्त होती है। अगर कोई नौकरी बीटेक डिग्रीधारक के लिए निकलती है तो उसमें बीई वाला भी आवेदन कर सकता है। भारत और दूसरे देशों में दोनों ही डिग्रियां समान अवसर देती हैं।
बीई या बीटेक के बाद, स्टूडेंट्स एमई, एमबीए, और एमएससी जैसे कोर्स कर सकते हैं, और यदि चाहें तो एमबीए भी कर सकते हैं।इसलिए, आपको यह सोचकर डिग्री चुननी चाहिए कि आपका इंटरेस्ट किस क्षेत्र में है और किस विषय में आपको अधिक रुचि है। बीटेक और बीई दोनों एक अच्छे करियर के लिए मार्ग प्रदान करते हैं, इसलिए आपको अपने इंजीनियरिंग के लक्ष्यों और प्रोफेशनल विकास के मामले में निर्णय लेना चाहिए।