mother and son love

इस कहानी ने लाखों दिलों को छुआ! माँ की ममता की ऐसी मिसाल जो आपने पहले कभी नहीं देखी! 😭

Story: माँ की ममता का कर्ज

मीना गाँव की गलियों में पली-बढ़ी एक साधारण सी महिला थी । उसकी ज़िंदगी में कोई खास चमक-दमक नहीं थी ✨, बस सुबह उठना , घर के काम निपटाना , बच्चों को स्कूल भेजना , और शाम को पति के लौटने का इंतज़ार करना ‍‍‍। लेकिन मीना की एक खासियत थी – उसकी ममता ❤️। वो अपने बच्चों से बेइंतहा प्यार करती थी । उनके लिए वो कुछ भी कर सकती थी ।

मीना का सबसे बड़ा बेटा, राजेश, पढ़ाई में बहुत होशियार था । वो डॉक्टर बनना चाहता था 🩺। मीना ने दिन-रात मेहनत करके , पैसे बचाकर , उसे शहर के एक अच्छे कॉलेज में भेजा । राजेश ने खूब मन लगाकर पढ़ाई की और डॉक्टर बन गया ‍⚕️। मीना का सीना गर्व से फूल गया ।

लेकिन मीना की खुशी ज्यादा दिन तक नहीं टिकी । राजेश शहर में ही रहने लगा ️ और गाँव आने-जाने में उसकी व्यस्तता बढ़ गई ⏳। मीना को लगता था कि उसका बेटा उसे भूल गया है । वो अक्सर राजेश को फोन करती , लेकिन वो हमेशा व्यस्त रहता था مشغول ব্যস্ত ব্যস্ত। मीना की आँखें नम हो जाती थीं ।

एक दिन, मीना बीमार पड़ गई । उसे तेज बुखार था और वो बिस्तर से उठ भी नहीं पा रही थी । उसने राजेश को फोन किया । राजेश ने कहा, “माँ, मैं बहुत व्यस्त हूँ ব্যস্ত ব্যস্ত ব্যস্ত। मैं तुम्हें बाद में फोन करता हूँ ।”

मीना उदास हो गई । उसे लगा कि अब वो कभी ठीक नहीं हो पाएगी । लेकिन अगले ही पल, उसने दरवाजे पर दस्तक सुनी । उसने धीरे से दरवाजा खोला तो देखा कि सामने राजेश खड़ा है ‍♂️।

मीना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा । राजेश ने उसे गले लगाया और कहा, “माँ, मुझे माफ कर दो । मैं तुम्हें भूल गया था । लेकिन मैं तुम्हें कभी नहीं भूल सकता ।”

मीना की आँखों से आँसू बहने लगे । उसने राजेश को बताया कि वो उससे कितना प्यार करती है ❤️।

राजेश ने कहा, “माँ, मैं भी तुमसे बहुत प्यार करता हूँ ❤️। तुम मेरी सबसे अच्छी दोस्त हो ।”

उस दिन, मीना को एहसास हुआ कि माँ और बेटे का रिश्ता कितना अनमोल होता है । दूरियाँ चाहे कितनी भी हों , माँ का प्यार हमेशा बना रहता है ♾️।

कई साल बीत गए ⏳। राजेश एक मशहूर डॉक्टर बन गया ‍⚕️। लेकिन वो कभी अपनी माँ को नहीं भूला । वो अक्सर गाँव जाता और उनके साथ समय बिताता ️। मीना भी खुश थी । उसने अपने बेटे को एक अच्छा इंसान बनते देखा था । और यही एक माँ के लिए सबसे बड़ी खुशी होती है ।

मेरठ, उत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव पांची में जन्मे और पले-बढ़े रोहित सैनी पेशे से इंजीनियर हैं, लेकिन उनका असली जुनून लोगों तक जानकारी पहुँचाना है। वो मानते हैं कि सीखना तभी आसान और असरदार होता है जब जानकारी अपनी ही भाषा में मिले। इसी सोच के साथ उन्होंने यह खास प्लेटफॉर्म बनाया, जहाँ जटिल से जटिल विषयों को आसान और साफ़ भाषा में समझाया जाता है—वो भी हिंदी में, ताकि हर कोई बिना किसी रुकावट के सीख सके।

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