- 20 दिन पहले ही जेल से आया था किशोरी
मेरठ। मेरठ के सिवालखास में दिन निकलते ही एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या का आरोप गांव के ही एक परिवार के लोगों पर है। हत्या का कारण रंजिशन बताया जा रहा है। हत्या के विरोध में मृतक पक्ष के लोगों ने जमकर हंगामा किया और शव को उठने नहीं दिया। काफी देर तक समझाने बुझाने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

सिवालखास में किशोरी पुत्र कांति प्रसाद का परिवार रहता है। कुछ दिन पहले गांव के ही विकास की हत्या में आरोपी था। जिसको पुलिस ने उसी समय जेल भेज दिया था। नौ अप्रैल को ही किशोरी जमानत पर जेल से बाहर आया था। लोगों ने बताया कि किशोरी मेट्रो में काम करता था।
सोवमार को किशोरी सिवालखाससे अंबेडकर भवन के पास दुकान पर दूध लेने गया था। इसी दौरान उसके मोबाइल पर किसी का फोन आ गया। वह फोन सुनते हुए अंबेडकर भवन के मैदान में फोन सुनते हुए घूम रहा था। लोगों ने बताया कि उसी समय बदमाशों ने उसकी कनपटी पर गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े। तो देखा कि किशोरी खून से लतपथ मृत अवस्था में पड़ा था। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
पुलिस के पहुंचने से पहले ही अंबेडकर भवन परिसर में भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने शव को उठाने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने हंगामा कर दिया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया, उसके बाद ही पुलिस शव को कब्जे में ले सकी। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि किशोरी के जेल से आने के बाद से विकास के परिजन उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे। थाना जानी पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा जाएगा।
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