मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए नया आदेश जारी किया है, जिसमें सरकारी और सरकारी वित्त पोषित संस्थानों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों के लिए नागरिकों या सरकारी अधिकारियों से टेलीफोन या मोबाइल फोन कॉल प्राप्त करते समय ‘हैलो’ के बजाय ‘वंदे मातरम’ का उपयोग करना अनिवार्य कर दिया गया।
सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी जीआर में कहा गया है कि अधिकारी उनसे मिलने आने वाले लोगों में भी vande mataram का अभिवादन के तौर पर इस्तेमाल करने के लिए जागरूकता पैदा करें।
जीआर में कहा गया है कि ‘हैलो’ शब्द पश्चिमी संस्कृति की नकल है और सिर्फ “बिना किसी विशिष्ट अर्थ के अभिवादन और कोई स्नेह नहीं जगाता है।
vande mataram: AIMIM नेता ने उठाए सवाल
वारिस पठान ने सवाल उठाया कि अगर किसी ने फ़ोन पर वंदे मातरम नहीं कहा तो क्या उसे फांसी दे दी जाएगी या फिर उसे जेल में डाल दिया जाएगा। संविधान में यह कहां लिखा गया है कि यह बोलना जरूरी है ।