cycle ka avishkar kisne kiya: साइकिल का नाम सुनते ही बचपन की यादें ताजा हो जाती हैं। साइकिल हमारे लिए सिर्फ व्हीकल ही नही है, वो हमारा साथी हैं। भले ही अब साइकिल का यूज कम हो गया हो, लेकिन फिर भी छोटे बच्चों के लिए साइकिल उतनी ही प्यारी है, जितनी पहले हुआ करती थीं।
हम साइकिल पर घूमना, दौड़ना, रेस करना और स्कूल जाना इत्यादि के लिए इस्तेमाल करते हैं।साथ ही साइकिल स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी है। काफी लोग एक्सरसाइज करते हैं। साइकिल उतनी उपयोगी है, बचपन में जितनी साइकिल के साथ मस्ती की, लेकिन क्या आप जानते हैं कि साइकिल का आविष्कार किसने, कब और कैसे किया था?
आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम इसी बारे में जानेंगे। हम आपको बताएंगे कि साइकिल का आविष्कार किसने किया था? साइकिल के आविष्कार के पीछे की रोचक कहानी क्या है? इसके अलावा cycle ka avishkar kisne kiya से जुड़े सभी सवालों का जवाब देंगे। जैसे,
● cycle की खोज किसने की थी ?
● cycle ka avishkar kisne kiya और कब ?
● cycle ka avishkar कैसे हुआ था?
● भारत में साइकिल का आविष्कार किसने किया?
तो अगर आप भी cycle ka avishkar kisne kiya के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।
Cycle ka avishkar kisne kiya और कब ?
साइकिल का आविष्कार कार्ल फ्राइडरिक ड्रेस ने किया था। वह एक जर्मन इंजीनियर और आविष्कारक थे। उन्होंने सन् 1817 में दुनिया की पहली साइकिल बनाई, जिसे ड्रेसीन नाम दिया गया था। यह cycle बहुत ही सिंपल थी इसमें दो पहिये, एक चौकोर फ्रेम, एक सीट और एक हैंडल था। इसमें आधुनिक साइकिल जैसे कोई पेडल, चेन, ब्रेक या गियर नहीं थे।इसे चलाने के लिए चालक को अपने पैरों से धक्का देना पड़ता था।
साइकिल का आविष्कार कैसे हुआ था ?
ड्रेस को साइकिल का आविष्कार करने की प्रेरणा एक वुल्केनो विस्फोट से मिली थीं। 1815 में, इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर एक वुल्केनो नामक तंबौरा फटा था, जिससे इतनी राख उड़ी कि यह पूरी दुनिया में फैल गई। इसलिए 1816 को बिना गर्मी का साल भी जाना जाता है, क्योंकि इस साल में गर्मी पड़ी ही नही थी, बल्कि तापमान इतना कम था कि फसलें नहीं उगीं, जानवर मर गए और भूखमरा फैल गया।
तब मुसाफरी के लिए घोड़े ही मुख्य था, लेकिन इस विस्फोट के कारण घोड़े मरने लगें। तब ड्रेस को विचार आया क्यों ना कुछ ऐसा व्हीकल बनाया जाए , जिसे घोड़ों की जरूरत न हो। उन्होंने अपने घोड़े की गाड़ी के पहियों को इस्तेमाल करके एक नया वाहन बनाया, जिसे ड्रेसीन नाम दिया।
फिर 1817 में उन्होंने इस आविष्कार को पब्लिक के समक्ष रखा। बाद मे जाके अलग अलग लोगों ने इसमें चीजे एड करके साइकिल बनाया। ड्रेस को अपनी साइकिल पर पहली बार 14 किलोमीटर की दूरी तय करने में एक घंटा लगा था।
साइकिल उत्क्रांति – साइकिल के आविष्कारक के नाम
ड्रेस की साइकिल ने लोगों को प्रभावित किया था, लेकिन यह बहुत ही सिंपल थी, इसे चलाने के लिए धक्के देने पड़ते थे। इसलिए कई लोगों ने इस पर काम किया और आधुनिक साइकिल बनाई। इसमें से कुछ मुख्य आविष्कारक निम्नलिखित हैं।
- कर्क पैट्रिक मैकमिलन : 1839 में पहली बार पेडल और क्रैंक मैकेनिज्म को साइकिल में लगाया। इससे साइकिल को चलाना आसान हो गया। इसे वेलोसिपीड नाम दिया गया।
- पियर लालमेंट : 1863 में दुनिया की पहली मैकेनिकल ब्रेक वाली साइकिल बनाई, जिसे बोन्शू नाम दिया गया। इससे साइकिल को रोकना संभव हो गया।
- जेम्स स्टार्ली : 1869 में नया डिजाइन बनाया, जिसमें आगे का पहिया बड़ा और पीछे का पहिया छोटा था। इससे साइकिल की गति बढ़ गई। इसे पेनी-फार्थिंग नाम दिया।
- जॉन केम्प स्टार्ली : इन्होंने 1885 में एक बड़ा बदलाव किया, जिसमें उन्होंने चेन ड्राइव का इस्तेमाल किया। इससे साइकिल को चलाना easy बन गया। उनकी साइकिल को सेफ्टी बाइसिकल कहा जाता था।
- जॉन बॉयड डुन्लोप : उन्होंने 1888 में पहली बार foil वाले टायर का आविष्कार किया। इससे साइकिल को चलाना और सुखद बना। उनकी साइकिल को foil-farthing नाम दिया।
इस प्रकार, अलग अलग लोगों की मेहनत के कारण हमें ऐसे सुंदर साइकिल मिल पाई।
भारत में साइकिल का आविष्कार किसने किया ?
भारत में सबसे पहली बार साइकिल 1890 के दशक में अंग्रेज अधिकारी डेविड सेम्पल लाई थीं। उन्होंने अपनी साइकिल को भारत लाया और इसे अपने काम में इस्तेमाल किया। इससे लोग काफ़ी इंप्रेस हुए। उन्होंने भारत के पहले साइकिल क्लब बॉम्बे बाइसिकल क्लब की स्थापना भी की।
इससे प्रभावित होकर दूसरे देशों से साइकिल भारत में लाई जाती थी। फिर 1942 में जाके हिंद साइकिल नाम से एक स्टार्टअप ने पहली बार भारत में साइकिल बनाना शुरू किया। अभी चीन के बाद भारत विश्व में सबसे अधिक साइकिल का उत्पादन करता है।
Conclusion – cycle ka avishkar kisne kiya tha
तो यह थी साइकिल का आविष्कार कब और कैसे हुआ करके स्टोरी, जिसमें हमने आपको साइकिल का आविष्कार किसने किया था, साथ ही दुनिया की पहली साइकिल का नाम क्या था वो भी बताया। आपको यह साइकिल का आविष्कार आर्टिकल कैसा लगा कॉमेंट बॉक्स में बताना। साथ ही आपके मन में इससे जुड़े कोई सवाल या सुझाव तो भी कॉमेंट करके बताना।
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FAQs – cycle ki khoj kisne ki
साइकिल का जन्मदाता कौन है ?
साइकिल का जन्मदाता कार्ल फ्राइडरिक ड्रेस को माना जाता है।
साइकिल के आविष्कारक का नाम क्या है?
साइकिल का आविष्कारक कार्ल ड्रेस को माना जाता है, इसके अलावा कार्ल कर्क पैट्रिक मैकमिलन,vपियर लालमेंट, जेम्स स्टार्ली, जॉन केम्प स्टार्ली & जॉन बॉयड डुन्लोप का भी बहुत बड़ा योगदान है।
साइकिल को शुद्ध हिंदी में क्या कहते हैं?
साइकिल को शुद्ध हिंदी में द्विचक्र वाहिनी कहा जाता है।
राष्ट्रीय साइकिल दिवस किस दिन है?
राष्ट्रीय साइकिल दिवस (National Bicycle Day) भारत में 3 जून को मनाया जाता है।
साइकिल का आविष्कार किस देश में हुआ ?
ऐसा माना जाता है की साइकिल का आविष्कार जर्मनी में हुआ था ।