यदि हम आँखें बंद करके कहीं भी जाएं, तो हमें चारों ओर अंधकार ही अंधकार दिखाइ देगा, परंतु इस पृथ्वी पर ऐसे भी जानवर हैं जो आंखें बंद करके भी देख सकते हैं। क्या आपने कभी ऐसे जानवारों के बारे में कुछ सुना है या फिर आप ऐसे जानवर के बारे में जानते हैं? अगर नहीं तो आज हम आपको पांच ऐसे जानवरों के बारे में बताएंगे जो आंखें बंद करके भी देख सकते हैं।”
#1 ऊंट (Camel) आंखें बंद करके भी देख सकते हैं
ऊंट को कौन नहीं जानता, लेकिन बहुत कम लोग यह जानते हैं कि ऊंट आंख बंद करके भी देख सकता है। ऊंट को रेगिस्तान का जहाज भी कहा जाता है। रेगिस्तान में धूल-मिट्टी के तूफान आम बात हैं। इन तूफानों से ऊंट की आंखों को बचाने के लिए प्रकृति ने उसे एक तीसरी पलक दी है, जिसे निक्टेटिग झिल्ली कहते हैं।
यह झिल्ली बहुत पतली और पारदर्शी होती है। ऊंट जब अपनी आंखें बंद कर लेता है, तब भी यह झिल्ली खुली रहती है और आंखों की रक्षा करती है। इसके अलावा, यह झिल्ली आंखों में धूल-मिट्टी जाने से भी रोकती है।
#2 स्किंक (skink) आंखें बंद करके भी देख सकते हैं-Janwar jo ankhein band karke bhi dekh sakte hain
स्किंक एक प्रकार की छिपकली है जो अक्सर कूड़े और कचरे में पाई जाती है। यह अपनी लहराती चाल के लिए जानी जाती है। स्किंक की आंखों में एक पारदर्शी झिल्ली होती है, जिसे “क्लियर लिड” कहा जाता है। यह झिल्ली हमेशा खुली रहती है और आंखों में प्रकाश को प्रवेश करने देती है। इस कारण से, स्किंक आंखें बंद करके भी देख सकता है।
स्किंक की पारदर्शी झिल्ली के कुछ फायदे:
- यह स्किंक को धूल-मिट्टी और कीड़े-मकोड़ों से आंखों की रक्षा करने में मदद करती है।
- यह स्किंक को कम रोशनी में भी देखने में मदद करती है।
- यह स्किंक को बिल बनाते समय या किसी अन्य गतिविधि के दौरान आंखें बंद करके भी देखने में मदद करती है।
स्किंक की पारदर्शी झिल्ली एक अनूठा और उपयोगी अनुकूलन है जो इस जानवर को अपने वातावरण में जीवित रहने में मदद करता है।
- आखिर क्यों हाथी के दांत सोने से भी कीमती होते हैं?
- Lightning tree: चमत्कार या विज्ञान? रहस्यमय निशान के पीछे की कहानी
- साइकिल का आविष्कार किसने किया और कब? (रोचक कहानी)-Cycle ka avishkar kisne kiya
यहाँ कुछ अतिरिक्त जानकारियां दी गई हैं जो इस जानकारी को और अधिक मूल्यवान बना सकती हैं:
- स्किंक की पारदर्शी झिल्ली को “मोबिल लिड” भी कहा जाता है। इसका मतलब है कि स्किंक अपनी आंखों को बंद करने के लिए इस झिल्ली को ऊपर या नीचे कर सकता है।
- स्किंक की आंखें एक दूसरे से स्वतंत्र रूप से घूम सकती हैं। यह स्किंक को अपने आसपास के क्षेत्र का बेहतर दृश्य प्राप्त करने में मदद करता है।
- स्किंक एक मांसाहारी प्राणी है। यह छोटे कीड़े-मकोड़ों और अन्य छोटे जानवरों को खाता है।
#3 गिरगिट (Chamaeleon) आंखें बंद करके भी देख सकते हैं
गिरगिट एक प्रकार का सरीसृप है जो अपने रंग बदलने की क्षमता के लिए जाना जाता है। यह आंखें बंद करके भी देख सकता है। इसके पलकों के बीच में छोटे-छोटे छेद होते हैं, जिनसे प्रकाश आंखों में प्रवेश करता है। गिरगिट की आंखें एक दूसरे से स्वतंत्र रूप से घूम सकती हैं, जिससे यह आसपास के क्षेत्र का बेहतर दृश्य प्राप्त कर सकता है।
गिरगिट की आंखें बंद करके देखने के कुछ फायदे:
- यह गिरगिट को धूल-मिट्टी और कीड़े-मकोड़ों से आंखों की रक्षा करने में मदद करती है।
- यह गिरगिट को कम रोशनी में भी देखने में मदद करती है।
- यह गिरगिट को शिकार का पीछा करते समय या किसी अन्य खतरे से बचने के दौरान आंखें बंद करके भी देखने में मदद करती है।
गिरगिट की आंखें बंद करके देखने की क्षमता एक अनूठा और उपयोगी अनुकूलन है जो इस जानवर को अपने वातावरण में जीवित रहने में मदद करता है।
- आखिर क्यों हाथी के दांत सोने से भी कीमती होते हैं?
- Lightning tree: चमत्कार या विज्ञान? रहस्यमय निशान के पीछे की कहानी
- साइकिल का आविष्कार किसने किया और कब? (रोचक कहानी)-Cycle ka avishkar kisne kiya
#4 ओरिएंटल बे उल्लू (oriental bay owl) आँखें बंद करके भी देख सकते हैं
ओरिएंटल बे नामक उल्लू एक प्रकार का उल्लू है जो मध्य एशिया और भारत में पाया जाता है। यह एक विशेष प्रकार का उल्लू है क्योंकि यह अपनी आंखें बंद करके भी देख सकता है।
ओरिएंटल बे नामक उल्लू की पलकों में छोटे-छोटे छिद्र होते हैं, जिनसे प्रकाश आंखों में प्रवेश करता है। इन छिद्रों को “पेरिऑर्बिटल फोरेम” कहा जाता है। इन छिद्रों के कारण, उल्लू को अपनी आंखें बंद करने की आवश्यकता नहीं होती है, भले ही वह सो रहा हो या धूल-मिट्टी से आंखों की रक्षा कर रहा हो।
ओरिएंटल बे नामक उल्लू की आंखें भी बहुत बड़ी होती हैं। इसकी आंखें शरीर के आकार की तुलना में बहुत बड़ी होती हैं। यह उल्लू को कम रोशनी में भी देखने में मदद करता है।
ओरिएंटल बे नामक उल्लू की आंखें बंद करके देखने के कुछ फायदे:
- यह उल्लू को धूल-मिट्टी और कीड़े-मकोड़ों से आंखों की रक्षा करने में मदद करती है।
- यह उल्लू को कम रोशनी में भी देखने में मदद करती है।
- यह उल्लू को सोते समय भी देखने में मदद करती है।
ओरिएंटल बे नामक उल्लू की आंखें बंद करके देखने की क्षमता एक अनूठा और उपयोगी अनुकूलन है जो इस जानवर को अपने वातावरण में जीवित रहने में मदद करता है।
- आखिर क्यों हाथी के दांत सोने से भी कीमती होते हैं?
- Lightning tree: चमत्कार या विज्ञान? रहस्यमय निशान के पीछे की कहानी
- साइकिल का आविष्कार किसने किया और कब? (रोचक कहानी)-Cycle ka avishkar kisne kiya
#5 चमगादड़ (Bat) आँखें बंद करके भी देख सकते हैं
चमगादड़ एक प्रकार के स्तनधारी प्राणी हैं जो उड़ने में सक्षम होते हैं। ये आमतौर पर रात में सक्रिय होते हैं और कीड़े-मकोड़ों को खाते हैं।
चमगादड़ों की आंखें कमजोर होती हैं, इसलिए ये दिन में ठीक से नहीं देख पाते हैं। हालांकि, चमगादड़ों की सुनने की क्षमता बहुत अच्छी होती है। ये अपने कान से उत्पन्न किए जाने वाले ध्वनि तरंगों को प्रतिबिंबित करके आसपास की वस्तुओं का पता लगाते हैं। इसी प्रक्रिया को इकोलोकेशन कहते हैं।
चमगादड़ों की इकोलोकेशन प्रक्रिया:
- चमगादड़ अपने मुंह या नाक से ध्वनि तरंगें उत्पन्न करते हैं।
- ये ध्वनि तरंगें आसपास की वस्तुओं से टकराती हैं और प्रतिबिंबित होती हैं।
- चमगादड़ अपने कानों से इन प्रतिबिंबित ध्वनि तरंगों को सुनते हैं।
- इन ध्वनि तरंगों से चमगादड़ आसपास की वस्तुओं की दूरी, आकार और दिशा का पता लगा सकते हैं।
चमगादड़ों की इकोलोकेशन की विशेषताएं:
- चमगादड़ अपनी इकोलोकेशन क्षमता का उपयोग करके अंधेरे में भी उड़ सकते हैं और शिकार को ढूंढ सकते हैं।
- चमगादड़ अपनी इकोलोकेशन क्षमता का उपयोग करके आसपास के क्षेत्र की जानकारी एकत्र कर सकते हैं।
- चमगादड़ों की इकोलोकेशन क्षमता उनके लिए एक आवश्यक अनुकूलन है जो उन्हें रात में सक्रिय रहने में मदद करती है।
एक सरल संस्करण:
चमगादड़ की आंखें कमजोर होती हैं, इसलिए ये दिन में ठीक से नहीं देख पाते हैं। लेकिन इनकी सुनने की क्षमता बहुत अच्छी होती है। ये अपने कान से उत्पन्न किए जाने वाले ध्वनि तरंगों को प्रतिबिंबित करके आसपास की वस्तुओं का पता लगाते हैं। इसी प्रक्रिया को इकोलोकेशन कहते हैं।
एक अतिरिक्त जानकारी:
चमगादड़ों की इकोलोकेशन क्षमता इतनी अच्छी होती है कि ये 100 मीटर दूर की वस्तुओं का भी पता लगा सकते हैं।