पहली बार राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठेगी आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू , 25 को राष्ट्रपति की शपथ लेंगी
🟩भारत के राष्ट्रपति चुनाव में आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोटों की बारिश हो गई। विपक्षी दलों के काफी सदस्यों ने क्रॉस वोटिंग करके द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में वोट किया। भारी बहुमत के साथ द्रौपदी भारत की 15वीं राष्ट्रपति चुनी गई। 25 जुलाई को वह राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी। बता दें कि विपक्षी प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को सम्मान जनक वोट तो मिले, विपक्ष का बिखराव सार्वजनिक हो गया। राष्ट्रपति चुनाव से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव देखा जा रहा है।
21 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव में द्रौपदी मुर्मू की जीत ने नया इतिहास लिखा है। इनके राष्ट्रपति चुने जाने के बाद पूरे देश खुशियां ही खुशियां हैं। राष्ट्रपति की जीत की घोषणा होते ही भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री ठा. राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत काफी बड़े नेता उन्हें बधाई देने पहुंचे।
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिसा के उपरवाड़ा गांव की रहने वाली हैं। ये संथाल जाति समूह के आदिवासी किसान परिवार में 20 जून 1958 को पैदा हुई। इन्होंने इंटर तक की पढ़ाई आदिवासी आवासीय विद्यालय में की। ग्रेजुएशन भुवनेश्वर के रामादेवी वुमंस कॉलेज से किया। इनका जीवन काफी संघर्ष वाला रहा है। स्नातक तक की शिक्षा लेने के बाद इन्होंने शिक्षा का पहला केरियर बनाया। एक पार्षद पद से राजनीति की शुरूआत की और अब देश की सबसे सर्वोच्च कुर्सी तक पहुंच गई। इनकी सादगी इनकी हर एक तरक्की को दर्शाती है।
द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा(draupadi murmu president)
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ओडिसा के उपरवाड़ा गांव की रहने वाली हैं। ये संथाल जाति समूह के आदिवासी किसान परिवार में 20 जून 1958 को पैदा हुई। इन्होंने इंटर तक की पढ़ाई आदिवासी आवासीय विद्यालय में की। ग्रेजुएशन भुवनेश्वर के रामादेवी वुमंस कॉलेज से किया।